मेरे बेटे अमित कटारे की हत्या खिफौना गांव के रहने वाले करू शर्मा व उनके परिवार के सदस्यों द्वारा की गई है। मेरे बेटे की हत्याकांड में गांव का सरपंच भी शामिल था। इस मामले में पुलिस सरपंच को बचा रही है। सरपंच पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर जब मांग की गई। पुलिस ने लाठी बजाकर भगा दिया गया है। यह आप बीती भिंड के अटेर थाना क्षेत्र के खड़ीत गांव के रहने वाले रामकिशोर कटारे की । उन्होंने दैनिक भास्कर से चर्चा करते यह सब बताया। इस दौरान पीड़ित पिता ने उन फोन कॉल्स के बारे में भी जानकारी दी जो रात के 3:00 बजे उसके पास एक लड़की द्वारा किए गए थे। उन्होंने बताया कि मेरे बेटे की लाठी डंडे बेल्टों से पीट-पीटकर हत्या की है उसके प्राइवेट पार्ट्स पर पेट्रोल और मिर्ची डाली गई है। इस जंघन हत्या के आरोपियों का साथ गांव का सरपंच भी दे रहा था। फिर भी पुलिस पूरे मामले को दबा रही है। पीड़ित का कहना है कि जिस घर में अमित की हत्या हुई है उसी घर की लड़की ने मुझे सुबह 3:00 बजे फोन कर के जगाया और अमित के साथ मारपीट होने की जानकारी दी उसने यह भी बताया कि कौन-कौन घटना के समय मौजूद था यह सब रिकॉर्डिंग मेरे पास मौजूद है परंतु पुलिस पूरे मामले को झुटला ने में जुटी हुई है। दरअसल मामला यह है कि बीते रोज बुधवार को खड़ीत के रहने वाले 23 वर्षीय अमित कटारे अपने घर पर भिंड शहर की कहकर निकला था गुरुवार की सुबह 3:00 अमित के पिता राम किशोर के पास एक लड़की द्वारा फोन पर किया। लड़की ने यह भी बताया अमित मेरे घर पर रात के समय आया था परिवार के लोगों ने उसे पकड़ लिया है और उसकी मारपीट कर रहे हैं आप लोग जल्दी आ जाओ। लड़की की यह शब्द रामकिशोर को विचलित कर रहे थे। इस बात की सूचना मिलते ही राम किशोर ने अपने परिवार के सदस्यों को मामले से अवगत कराया और अटेर थाना में फोन किया बार-बार फोन करने के बाद फोन रिसीव नहीं हो रहा था। करीब 3:30 बजे जब फोन रिसीव हुआ तो दरोगा जी ने कहा कि थोड़ा समय लगेगा इसके बाद रामकिशोर के पिता अपने पारिवारिक सदस्य के साथ फोन पर लड़की द्वारा बताए हुए घर पर पहुंचे। रामकिशोर ने दैनिक भास्कर को चर्चा करते हुए बताया जो हम लोग सुबह पांच बजे वहां पर पहुंचे तो करूं शर्मा के परिवार के सदस्यों ने पहले यह कहा कि हमारे घर में ऐसा कोई लड़का नहीं है। आप लोग गलत जगह आए हुए हो इस पर हम लोग आ गए इतने ही समय में पुलिस वहां पर आ गई यहां पर गांव का सरपंच विनोद यादव भी मौजूद था उसके द्वारा भी अभद्रता से बातचीत की जा रही थी। करीब आधा घंटे बाद 5:30 पर अटेर थाना पुलिस वहां पहुंची इसके पास सभी को बाहर बैठा दिया गया सिर्फ मुझे ही अंदर जाने की परमिशन दी गई अंदर जाकर देखा तो मेरा बेटा अमित कटारे रस्सी से बना हुआ पड़ा हुआ था वह अचेत अवस्था में था। उसको हिलाने ढूंढ लाने पर कुछ नहीं बोल रहा था उसकी सांसे भी थम चुकी थी। यहां मौजूद पुलिस ने थाने जाकर सूचना दर्ज करने की बात कही और गोरे कागज पर साइन ले लिए। यहां पुलिस ने कोरे कागज पर साइन यह कहते हुए लिए कि पोस्टमार्टम कराना है। पीएम के बाद रिपोर्ट लिखी जाएगी। इसके बाद हम लोग जब पोस्टमार्टम के लिए भिंड में थे तो हम लोगों ने सभी आरोपियों के नाम पुलिस को बताएं और एफआईआर दर्ज करने की बात कही। हम लोगों की चर्चा एडिशनल एसपी संजीव पाठक से हो रही थी। एडिशनल एसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और उन्होंने देखा तो पाया कि ऑनलाइन एफआईआर दर्ज हो चुकी थी जिसमें करूंगा उनके तीन परिवार के सदस्यों के नाम मौजूद थे लेकिन हत्या आरोपियों का साथ देने वाले गांव का सरपंच विनोद यादव का नाम शामिल नहीं था। एफआईआर में गांव की सरपंच का नाम जुड़वाने को लेकर जब एडिशनल एसपी से कहा गया तो उन्होंने कहा कि अब कुछ नहीं हो पाएगा। गांव का सरपंच यदि मौजूद था घटना में शामिल था और विवेचना में आएगा तो उसका नाम दर्ज हो जाएगा। परंतु बेटे अमित कटारे की हत्या में शामिल सरपंच का नाम रिपोर्ट में न होने पर हमारे साथ के लोग भड़क गए और उन्होंने जाम लगा दिया इस पर रात के करीब 9:00 बजे पुलिस ने हमारे साथ के लोगों पर डंडा चलाया और सबको के दिया इस तरह पुलिस पूरे मामले में हमारी पीड़ा सुनने के लिए तैयार नहीं है। ना ही हत्या आरोपी सरपंच का नाम जोड़ने को तैयार है। पीड़ित का यह भी कहना है कि मेरी बेटे को लेकर भिंड के दो युवक विनोद कटारे और अभय भदौरिया खिफौना गांव ले गए थे। इन दोनों युवकों से भी पुलिस पूछताछ नहीं कर रही है। पूरे मामले को जांच में न लेकर साक्ष्य को मिट जाने की इंतजार में बैठी हुई है। अमित कटारे हत्याकांड में कई सवाल खड़े हो रहे हैं