एमपीआरडीसी खराब सड़कों की मरम्मत का काम बारिश के बीच ही शुरू करने जा रहा है। ये वे सड़कें हैं, जहां गड्ढे 3-4 इंच से ज्यादा गहरे हो गए और उन्हें तत्काल सुधारना जरूरी है। इसके लिए इंदौर संभाग में जनरल मैनेजर (टेक्निकल) गिरिजेश शर्मा और असिस्टेंट जनरल मैनेजर सियाराम अहिरवार ने शनिवार को धामनोद, खरगोन, धार, राऊ, मंडलेश्वर आदि को जोड़ने वाली एमपीआरडीसी की प्रमुख सड़कों का दौरा रिपोर्ट बनाई। शहर के आसपास एमपीआरडीसी की 2 सड़कें इंदौर-उज्जैन स्टेट हाईवे और इंदौर-देपालपुर मार्ग है। दोनों सड़कों पर कुछ जगह गड्ढे हो गए हैं, जहां पैचवर्क किया जाएगा। जहां 3-4 इंच से ज्यादा गहरे गड्ढे हैं, वहां पेवर ब्लॉक लगाकर टेंपरेरी पैचवर्क होगा। जहां इससे कम गहराई के गड्ढे हैं, वहां सीमेंट-कांक्रीट से पैचवर्क होगा। आम तौर पर सड़कों की मरम्मत का काम बारिश के बाद अक्टूबर से शुरू होता है। पहला मौका है जब एमपीआरडीसी बारिश के बीच ही सड़कें रिपेयर करेगा। प्रदेश के अन्य संभागों में भी पैचवर्क अगले हफ्ते में ही पूरा किया जाएगा। इसके लिए 22 वरिष्ठ अधिकारियों का दल गठित किया है।