शाजापुर के हाट मैदान स्थित सुयश क्लीनिक एवं फर्टिलिटी सेंटर के संचालकों ने हाईकोर्ट में स्टे देने की मांग की थी। जिसे खारिज कर दिया गया। अब अगली सुनवाई चार हफ्ते बाद होगी। हाट मैदान स्थित सुयश क्लीनिक एवं फर्टिलिटी सेंटर की शिकायत मिलने पर डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर, तहसीलदार मधु नायक, सीएमओ नगरपालिका मधु सक्सेना और मेडिकल आफिसर सुमित यादव सहित दोनों विभागों की टीम मौके पर पहुंची थी। यहां जांच के दौरान बेड लगे हुए मिले। इसके अलावा मेडिसिन और बॉटल भी मिली जो प्रसुताओं को डिलीवरी के दौरान दी जाती है। टीम ने क्लिनिक पर रखी खुली हुई दवाई भी जब्त की थी और दवाइयों का क्लिनिक पर कोई रिकार्ड भी मौजूद नहीं था। इस पर अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए त्वरित कार्रवाई की और अस्पताल को सील कर दिया था। जिसके बाद क्लीनिक के संचालकों ने दो बार हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जहां जिला प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर ने भी अपना पक्ष रखा। जबकि अस्पताल की ओर से पहुंचे संचालकों ने इस कार्रवाई को गलत बताया था। लेकिन न्यायालय ने जिला प्रशासन द्वारा प्रस्तुत की गई कार्रवाई से सहमत होते हुए स्टे की याचिका को खारिज कर दिया। इसके लिए अब चार सप्ताह बाद की तारीख दी गई है। फिलहाल सुयश फर्टिलिटी सेंटर व क्लीनिक पर लगा ताला नहीं खुलेगा और वह सील ही रहेगा।