शिवपुरी जिले के कोलारस जनपद के किलावनी पंचायत के सिंगारपुर के ग्रामीण नदी का दूषित पानी पीने मजबूर हैं। दूषित पानी पीने से ग्रामीण उल्टी दस्त जैसी बीमारियों से भी ग्रसित हो रहे हैं। इसके बावजूद गांव के सरपंच से लेकर सचिव ने गांव के खराब पढ़े एक मात्र हैंडपंप को ठीक नहीं कराया हैं। ग्रामीणों का आरोप हैं कि इसकी शिकायत विधायक से लेकर अधिकारियों तक से कर चुके हैं। लेकिन उसने समस्या का निदान नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने वीडियो जारी कर केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद से मदद की गुहार लगाई हैं। 80 परिवार नदी का दूषित पानी पीने को मजबूर सिंगारपुर के रहने वाले सुंदरलाल धाकड़ ने बताया कि गांव में करीब 80 परिवार निवास करते हैं। इस गांव में एक ही हैंडपंप हैं। जो फरवरी माह में खराब हो गया था। इसी दौरान 6 माह गुजर जाने के बाद भी हैंडपंप को नहीं सुधरवाया गया हैं। गांव के पास से एक मौसमी नदी गुजरी हैं। जिसमें बारिश के समय में पानी आ जाता हैं। 80 परिवार के लोग इसी नदी का पानी पीकर गुजारा कर रहे हैं। इसी नदी में बच्चे नहाते हैं, महिलाएं भी यही आकर कपड़े भी धोती हैं। इस दूषित पानी पीने से कई ग्रामीण बीमार पढ़ चुके हैं। इसके बावजूद सुनवाई नहीं हुई हैं। विधायक से लेकर सभी से की शिकायत, नहीं हुई सुनवाई ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में हुए लोकसभा के चुनाव इस समस्या से निजात पाने के लिए क्षेत्रीय विधायक महेंद्र यादव से लेकर अन्य बढ़े नेताओं से शिकायत दर्ज कराई थी उनके द्वारा आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन नेताओं के द्वारा चुनाव बाद सुनवाई नहीं की गई। पीएचई विभाग के अधिकारियों द्वारा हैंडपंप को पूरी तरह से खराब बता दिया गया हैं। तीन गांव में फैल चुकी हैं बीमारी, 2 की हो चुकी हैं मौत बता दें जिले के पोहरी ब्लॉक के दो गांव और बदरवास ब्लॉक के एक गांव में दूषित पानी पीने से उल्टी दस्त की बीमारी फैल चुकी है। दूषित पानी से दो बच्चियां अपनी जान गवा चुकी हैं। इसके बाद अब कोलारस ब्लॉक के सिंगारपुर में भी दूषित पानी से बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा हैं। जबकि गांव के सरपंच सचिव ने महज पीएचई विभाग को सूचना देने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया हैं। इस मामले में कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव का कहना हैं कि वह गांव की जानकारी जुटाने के बाद ग्रामीणों की जल्द से जल्द समस्या निपटाने का प्रयास करेंगे।