इंदौर से बगैर बताए घर से निकली 65 वर्षीय वृद्धा को सागर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के मदद से ढूंढ निकाला है। वह पीलीकोठी के पास बैठी मिली हैं। पुलिस ने 36 घंटों की मशक्कत के बाद वृद्धा को खोजा। पुलिस ने वृद्धा को उनके बेटे के हवाले कर दिया है। इंदौर निवासी लक्ष्मीनारायण कोष्टी ने बताया कि 65 वर्षीय मां 21 अगस्त को घर पर ही थी। दोपहर में वह बाजार गई और फिर वापस घर नहीं लौटीं। मैं शाम 7 बजे ऑफिस से घर आया। घर पर मां नहीं थी। कुछ देर इंतजार किया। लेकिन समय ज्यादा होने पर चिंता होने लगी। मां को खोजने के लिए बाजार में गया। लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। इसी बीच परिवार को संदेह हुआ कि मां सागर न चली गई हों। क्योंकि कुछ समय पहले लक्ष्मीनारायण का परिवार सागर में ही रहता था। संदेह के आधार पर लक्ष्मीनारायण बाइक से सागर आया। सागर में अलग-अलग स्थानों पर मां की तलाश की। मगर वह कहीं नहीं मिली। थक-हार कर रिश्तेदार के घर गया। इसी दौरान एक दोस्त ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम में जाकर मदद लो। उसकी सुनकर लक्ष्मीनारायण पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे और अपनी समस्या बताई।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कोतवाली के पास दिखी महिला
शिकायत मिलते ही पुलिस ने शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालना शुरू किया। शहर के कई स्थानों के कैमरे देखे। तभी कोतवाली के पास लगे कैमरे में वृद्ध महिला जाते हुए दिखी। जिन्हें देखकर कंफर्म हुआ कि उक्त महिला सागर में ही है। जिसके बाद पुलिस ने अन्य कैमरों को देखा। जिसमें वृद्धा तीनबत्ती, परकोटा और पीलीकोठी के पास नजर आई। पीलीकोठी के कैमरे में आखिरी बार नजर आईं आखिरी बार पीलीकोठी के पास दिखीं। पुलिस ने तत्काल लक्ष्मीनारायण को सूचना दी और कहा कि पीलीकोठी के पास जाकर मां को देखो। लक्ष्मीनारायण पीलीकोठी के पास पहुंचे। जहां खोजबीन की तो मां मिल गईं। जिन्हें वह लेकर कंट्रोल रूम पहुंचे। जहां पुलिस ने वृद्धा को उनके बेटे को सौंप दिया। मां के मिलने पर बेटे ने सागर पुलिस का आभार माना और मां को लेकर इंदौर रवाना हो गए। पूरी कार्रवाई में उप निरीक्षक आरकेएस चौहान, सीसीटीवी ऑपरेटर शारदा तिवारी, पुष्पराज, आरक्षक राकेश सुलाखिया शामिल थे।