जीपीओ ने उत्पाद निर्यात करने वालों के लिए शुक्रवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें इंदौर, पीथमपुर, देवास, धार तथा महू के निर्यातकों ने भाग लिया। उन्हें बताया गया कि किस तरह वे डाक विभाग की मदद से उत्पादों को एक्सपोर्ट कर सकते हैं। प्रेजेंटेशन के माध्यम से डाक घर ने सभी को जानकारी दी। डाक घर निर्यात केंद्र की विस्तृत जानकारी के लिए सभी को एक क्यूआर कोड भी उपलब्ध कराया गया। साथ ही पोर्टल पर रजिस्टर करने की जानकारी भी दी गई। अध्यक्षता करते हुए मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, मप्र परिमंडल, विनीत माथुर ने निर्यातकों के लिए व्यावसायिक उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि 2022 में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विदेशी वाणिज्यिक पार्सल के लिए एक विश्वसनीय भागीदार की जरूरत थी। अतः छोटे उत्पादकों को निर्यातक बनाने के उद्देश्य एवं वन स्टॉप सुविधा प्रदाय करने के लिए डाकघर निर्यात केंद्र की स्थापना की गई। दिल्ली से आए विशिष्ट अतिथि डीडीजी प्रणय शर्मा ने बताया कि किस प्रकार एक प्रोडयूसर को एक्सपोर्टर बनाया जा सकता है। स्वागत भाषण एवं डाकघर निर्यात केंद्र की प्रारंभिक जानकारी पोस्टमास्टर जनरल इंदौर प्रीति अग्रवाल ने दी। इस स्टेट लेवल कार्यशाला में वित्त महाप्रबंधक शाह नवाज आलम, पोस्टमास्टर जनरल, जबलपुर परिक्षेत्र वृजेश कुमार, असिस्टेंट डीजीएफटी हेमा, एवं एमएसएमई से सहायक निदेशक नीलेश त्रिवेदी एवं गौरव गोयल उपस्थित थे। अधिकारियों ने डाकघर निर्यात केंद्र से प्राप्त होने वाले लाभों एवं सुविधाओं से अवगत करवाया गया।