जिले के विभिन्न छात्रावासों और आश्रमों में चल रही अनियमितताओं और असुविधाओं को लेकर जयस नेताओं ने आज (शुक्रवार) कलेक्टर से मुलाकात की। इस दौरान शाहपुर के एकलव्य आवासीय विद्यालय में कार्यरत महिला रसोईयों का मुद्दा भी उठाया गया। इन महिलाओं में से कुछ महिलाओं को अब काम से निकाला जा रहा है। जयस के प्रदेश संयोजक जामवंत सिंह कुमरे ने बताया कि वर्तमान में इस विद्यालय में 437 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, जिनके लिए प्रति विद्यार्थी प्रति माह 2205 रुपए का व्यय किया जा रहा है। लेकिन मेस संचालन के लिए 11 मजदूरों की जरूरत होने के बावजूद सिर्फ 8 मजदूरों से काम लिया जा रहा है। जिससे मेस की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इस स्थिति को सुधारने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। जामवंत सिंह कुमरे ने यह भी बताया कि जिले के लगभग सभी छात्रावासों में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद हो चुके हैं, जिन्हें तत्काल ठीक करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, मेस के खाने की गुणवत्ता में भी सुधार की जरूरत बताई गई है। वार्डन का स्थानांतरण किया जाए
ज्ञापन में यह मांग भी उठाई गई कि जो होस्टल वार्डन तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं, उन्हें तत्काल स्थानांतरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि होस्टल अधीक्षक का निवास स्थान परिसर में ही हो। ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा और देखभाल में कोई कमी न रहे। इन सभी बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए, जामवंत सिंह कुमरे ने कलेक्टर से जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया।