शासकीय आवासों पर कब्जा जमाकर बैठने वालों पर होगी कार्रवाई:ट्रांसफर के बाद भी मत्‍स्‍य निरीक्षक ने नहीं खाली किया सरकारी बंगला

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नर्मदापुरम जिले से स्‍थानांतरित व सेवानिवृत्‍त के बाद भी शासकीय आवास खाली न करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। नर्मदापुरम संभागायुक्‍त केजी तिवारी ने आवंटित शासकीय आवास खाली न करने पर नियमानुसार सख्‍त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए है। संभागायुक्‍त ने सभी विभाग प्रमुख को निर्देश दिए कि उनके कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों का स्‍थानांतरण अन्‍य जिले में हो चुका है और उसके पास नर्मदापुरम में शासकीय आवास है और उसे उन अधिकारी एवं कर्मचारियों ने रिक्‍त नहीं किया है। ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारियों के नाम संभागायुक्‍त कार्यालय को प्राथमिकता से भेजे। संभागायुक्‍त ने कहा कि शासकीय आवास प्राप्‍त सेवानिवृत्‍त कर्मचारी एवं अधिकारी जिन्‍होंने सेवानिवृत्ति के बाद भी शासकीय आवास रिक्‍त नहीं किया है। वे अनाधिकृत रूप से रह रहें है तो उनकी भी जानकारी भेजे। ऐसे स्‍थानांतरित एवं सेवानिवृत्‍त कर्मचारी जो कि राजस्‍व की हानि पहुंचा रहें है उन पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जा सके। संभागायुक्‍त ने कहा कि सभी विभाग प्रमुख का यह दायित्‍व होगा कि वे अपने अधीनस्‍थ स्‍थानांतरित एवं सेवानिवृत्‍त हुए ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारियों की जानकारी से संभागायुक्‍त कार्यालय को अवगत कराएंगे। जिन्‍होंने नियम विरूद्ध तरीके से रहकर शासकीय आवास पर अभी तक कब्‍जा नही छोड़ा है। ऐेसे अधिकारी एवं कर्मचारियों की जानकारी न देने वाले विभाग प्रमुखों पर भी कार्यवाही प्रस्‍तावित की जाएगी। बताया गया कि मत्‍स्‍य निरीक्षक एके ढांगीवाल काफी समय पहले नर्मदापुरम जिले से स्‍थानांतरित होकर अन्‍य जिले में जा चुके है। राजस्‍व निरीक्षक युवराज हलवा काफी समय पहले स्‍वयं के निजी आवास में शिफ्ट हो चुके है। इसी तरह की स्थिति तरूण लोवंशी की भी बताई गई है। लेकिन उक्‍त कर्मचारियों द्वारा अभी तक शासकीय आवास रिक्‍त नहीं किया गया है। संभागायुक्‍त ने उपरोक्‍त कर्मचारियों के विरूद्ध जांच कर शासकीय नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए है।