उच्च माध्यमिक शिक्षकों को 10 एवं 20 वर्ष में समयमान वेतनमान देने का रास्ता साफ हो गया है। आयुक्त लोक शिक्षण ने यह अधिकार संभागीय संयुक्त संचालक (जेडी) लोक शिक्षण को हस्तांतरित कर दिए हैं। अब जेडी ऐसे मामलों में निर्णय लेंगे और लाभ देने के आदेश जारी करेंगे। इसके बाद शासकीय शिक्षक संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को जेडी भोपाल अरविन्द चौरगढे से भेंटकर उमाशि को समयमान वेतनमान एवं माध्यमिक शिक्षकों को 12 एवं 24 वर्ष में क्रमोन्नति देने की मांग की है। उच्च माध्यमिक शिक्षक का नियुक्तिकर्ता अधिकारी आयुक्त लोक शिक्षण है। नियम अनुसार आयुक्त ही इन शिक्षकों को अन्य लाभ देने के आदेश जारी कर सकते हैं, पर लोक शिक्षण संचालनालय के पूर्व अधिकारियों ने पुराने संवर्ग के लिए अधिकार हस्तांतरित करने की परंपरा शुरू की थी। यह भी इसलिए किया गया ताकि हजारों की संख्या में मौजूद शिक्षकों के दस्तावेजों के परीक्षण और उन पर हस्ताक्षर करने से बचा जा सके। यही परंपरा नए शिक्षक संवर्ग के लिए परेशानी का सबब बन गई। दरअसल, आयुक्त ने नए संवर्ग के लिए अधिकार हस्तांतरित नहीं किए और जेडी समयमान, क्रमोन्नति सहित अन्य लाभ नहीं दे पाए। पिछले 6 साल से शिक्षक समयमान वेतनमान और क्रमोन्नति सहित अन्य लाभ देने की मांग कर रहे थे। शिक्षक संगठनों ने लगातार विभागीय मंत्री और अधिकारियों से मुलाकात की, तब जाकर आयुक्त लोक शिक्षण ने अपने अधिकार हस्तांतरित कर जेडी को समयमान और क्रमोन्नति देने के लिए अधिकृत कर दिया। जेडी ने मांगे डीईओ से प्रस्ताव संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र कौशल ने बताया कि अधिकार हस्तांतरण के बाद संगठन का प्रतिनिधिमंडल संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण भोपाल अरविंद चौरगढ़े से मिला और उमाशि को 10 एवं 20 वर्ष में समयमान वेतनमान और माध्यमिक शिक्षकों को 12 एवं 24 वर्ष में क्रमोन्नति देने के आदेश जारी करने की मांग की। संगठन के ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए जेडी ने संभाग अंतर्गत समस्त डीईओ को उमाशि के समयमान वेतनमान के लिए सीआर प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। एक हफ्ते में आदेश जारी होंगे जेडी ने माध्यमिक शिक्षकों की क्रमोन्नति के लिए डीईओ से 5 वर्ष की सीआर और प्रस्ताव मांगा है। जेडी ने आश्वत किया कि डीईओ से सीआर प्रस्ताव आते ही एक सप्ताह में समयमान एवं क्रमोन्नति के आदेश जारी कर दिए जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल में उपेन्द्र कौशल, जितेन्द्र शाक्य, ओमकार सिंह कुशवाह, रूपचंद्र साहू, प्रेमसिंह सिसोदिया, सुनील श्रीवास्तव, संजीव तोमर, धानेश्वर प्रसाद, मीना नागले, रामबाबू अग्रवाल, सुनील खरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।