सबसे ज्यादा बारिश…एयरपोर्ट इलाके में लगे रेन गेज में दर्ज हुई, यहीं की बारिश को पूरे शहर के रिकॉर्ड के रूप में मान्यता इस बार शहर के अलग-अलग इलाकों में मानसून एक जैसा मेहरबान नहीं है। 463 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैले भोपाल शहर में कोलार के मुकाबले एयरपोर्ट इलाके में अब तक लगभग दोगुनी यानी 1114.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके मुकाबले कोलार में सिर्फ 651.5 मिमी बारिश ही हुई। इस मामले में एयरपोर्ट यानी संत हिरदाराम नगर इलाके से नए शहर और पुराने शहर भी पिछड़ गए। भोपाल में 5 जगह एयरपोर्ट, अरेरा हिल्स, कोलार, नवी बाग और बैरसिया में लगे रेन गेज में अब तक दर्ज बारिश के आंकड़ों से यह बात सामने आई है। तीनों ही महीने कोलार में कम बरसात… मानसून सीजन के तीनों महीनों जून, जुलाई और अगस्त में अब तक बारिश के मामले में कोलार इलाका एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र से पीछे ही रहा।
दो रेन गेज मौसम विभाग के और दो राजस्व के मौसम विशेषज्ञ डॉ. जीडी मिश्रा ने बताया कि भोपाल में अभी जो पांच रेन गेज लगे हैं, उनमें से एयरपोर्ट और अरेरा हिल्स ऑब्जर्वेटरी का रेन गेज मौसम विभाग का है। कोलार और बैरसिया तहसील में लगा रेन गेज राजस्व का है। नवी बाग में लगा रेन गेज कृषि अभियांत्रिकी संस्थान का है। हालांकि इन सबकी देखरेख मौसम विभाग करता है। बादलों के मूवमेंट पर निर्भर है बारिश की मात्रा मौसम वैज्ञानिक वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बादलों के मूवमेंट पर बारिश निर्भर करती है। बादल कहां से किस ओर जा रहे हैं, कहां ठहरेंगे, यह मायने रखता है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर गरज चमक वाले बादल के पैच जहां बनते हैं, वहां बारिश की संभावना ज्यादा होती है। मौसम केंद्र के पूर्वानुमान के मुताबिक गुरुवार को भोपाल में हल्के बादल छाने और कुछ इलाकों में बूंदाबांदी के आसार है। इसके बाद 24 अगस्त से तेज बारिश का एक दौर शुरू होने के आसार हैं।