ग्वालियर में NCC वार्षिक प्रशिक्षण शिविर-10 के समापन समारोह कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में कैडेट्स द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। समारोह में मुख्य अतिथि कलेक्टर रूचिका चौहान भी शामिल हुई हैं। अतिथि का स्वागत कैम्प कमांडेन्ट कर्नल डीएस वर्मा एवं कर्नल आकाश शर्मा ने किया। समारोह का आकर्षण कैडेट्स द्वारा तम्बाकू से होने वाली बीमारियों को बताते हुए किया गया नुक्कड़ नाटक रहा है।
कैम्प के दौरान उत्कृष्ट कैडेट्स को पुरस्कार दिये गए, जिसमें बेस्ट फायरिंग, बेस्ट कैडेट्स, बेस्ट ड्रिल और सांस्कृतिक कार्यक्रम भाग लेने वाले कैडेट्स को सम्मान दिया गय है। मेजर सुनील पाठक ने समोराह के मंच से शिविर की गतिविधियां जैसे साइबर क्राइम, पर्यावरण, वृक्षारोपण, वॉलीबॉल, वादविवाद प्रतियोगिता, फायरिंग, मैप रीडिंग, प्राथमिक उपचार, स्वस्थ जीवन शैली, स्वच्छता अभियान आदि के बारे अवगत करवाया गया है। NCC के वार्षिक शिविर के समापन समारोह में कलेक्टर रूचिका चौहान ने कैडेट्स को सबोधित करते हुए कहा कि इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में NCC के चंबल डिवीजन के सभी कैडेट्स को बहुत-बहुत शुभ संध्या और मुझे यकीन है कि पिछले आठ दिनों से आप सभी लोगों ने बहुत आनंद उठाया होगा। NCC एक ऐसा विंग है और एक ऐसा मंच है जो हमारे देश के बच्चों को अनुशासन की मूल भावना शारीरिक शक्ति, मानसिक शक्ति और समाज में आपको किस प्रकार से आचरण करना चाहिए जिससे आप खुद को बहुत आत्मविश्वासी महसूस करें सिखाता है। यह एक ऐसा मंच है जिसमें एक संपूर्ण आधार जो बच्चों की समग्र क्षमता को उनकी शक्तियों को उजागर करने का एक जरिया है। कमजोरियों को कम करना एक जरिया है और आज का समय जो बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है वास्तव में मुझे लगता है पढ़ाई से भी ज्यादा महत्वपूर्ण जो मुझे लगता है वो हैं शारीरिक गतिविधियां और समूह गतिविधियां हैं वो जरुर करें। जो अब मोबाइल और रील्स इन सब दुनिया में बहुत दूर रहे।
कलेक्टर ने बताई अपनी NCC से लेकर IAS तक की कहानी
कलेक्टर ग्वालियर ने समारोह मंे कहा कि सभी कैडेट्स को बहुत-बहुत बधाई जो आप NCC के पूरे सिस्टम के साथ हैं। आप लोग और निश्चित रूप से आप इस देश में एक संपत्ति के रूप में हैं। मैं अपने बारे में बताऊंगी मैं आप लोगों के प्रदेश से ही हूं। मेरा जन्म इंदौर में हुआ। मेरा स्कूल और कॉलेज दोनों ही इंदौर से मैंने किया है। स्कूल में हम लोगों ने भी NCC में हिस्सा लिया था। आठवीं से नौवीं के करीब मैंने NCC की हैं और उसके बाद IAS में सेलेक्ट हुई। पहले मैं IPS में सेलेक्ट हुई थी। वहां मुझे लगता है कि NCC के समय मैंने जो ट्रेनिंग ली, उसका बहुत अच्छा उपयोग मैंने अपने जीवन में किया। कमांड किस प्रकार से होते हैं वहां परेड कैसे कमांड कर रहे हैं परेड की पूरी प्रैक्टिस कैसे होती है तो गणतंत्र दिवस परेड के पूरे एक सौ पचास कैडेट जो पूरे भारत भर से आईपीएस अधिकारी हम लोग चुनते हैं उनकी परेड मुझे कमांड करने का सौभाग्य मिला था। यह और निश्चित रूप से यह बहुत बढ़िया और बहुत अच्छी बात थी।
समारोह में 300 से ज्यादा कैडेट्स मौजूद रहे
संबोधन के बाद कैम्प कमांडेन्ट कर्नल डीएस वर्मा ने कलेक्टर रूचिका चौहान काे स्म्रति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान मेजर अशोक सिंह चौहान, टीओ गजेंद्र जैन, कमलजीत,रजनी,सूबेदार मेजर जफर अली,सूबेदार अनिल राजपूत,हवलदार राघवेंद्र सिंह अन्य स्टाफ के अलावा 300 कैडेट्स भी उपस्थित रहे हैं।