हादसे में बेटी-पति की मौत, महिला को नहीं पता:मामा बोले- जन्मदिन पर भांजी का मुंडन कराने बागेश्वरधाम जा रहे थे

Uncategorized

सालभर पहले ही तो मेरी भांजी राखी का जन्म हुआ था। वह पिछले साल रक्षाबंधन पर ही दुनिया में आई थी। नहीं पता था कि एक साल बाद रक्षा बंधन के एक दिन बाद ही उसकी मौत की खबर सुनने को मिलेगी।रक्षाबंधन पर पैदा हुई थी, इसलिए उसे प्यार से सभी राखी कहकर बुलाते थे। वह मंगलवार को सालभर की हो रही थी, इसलिए जीजा और दीदी परिवार समेत मुंडन करवाने बागेश्वर धाम जा रहे थे। इतना कहते ही राजेंद्र यादव की आंखें भर आईं। हादसे की सूचना के बाद वे मंगलवार रात शव को लेने छतरपुर पहुंचे। यहां कागजी कार्रवाई के बाद रात करीब 10 बजे शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए। उधर, झांसी में दो बेटियों के साथ इलाज करवा रहीं महिला को अब तक नहीं पता कि पति और उसकी एक साल की बच्ची अब इस दुनिया में नहीं हैं। वह छतरपुर अस्पताल में उन्हें खोजती रही, लेकिन परिवार ने कुछ नहीं बताया। ट्रक में घुसा था ऑटो, 7 की मौत मंगलवार सुबह करीब 5 बजे खजुराहो-झांसी फोरलेन पर ऑटो ट्रक में घुस गया था। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 6 लोग घायल हो गए। घायलों में 5 गंभीर को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जबकि एक का जिला अस्पताल छतरपुर में इलाज चल रहा है। सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मिक चौबे ने बताया कि उत्तर प्रदेश के महोबा रेलवे स्टेशन से 13 श्रद्धालु ऑटो से बागेश्वर धाम जा रहे थे। इसी दौरान ड्राइवर को झपकी आ गई और ऑटो ट्रक से जा टकराया। छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि पांच लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई थी, दो ने अस्पताल में दम तोड़ा। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने हादसे में मृत के परिजनों को 15-15 हजार रुपए और घायलों को 7.5-7.5 हजार रुपए की सहायता राशि स्वीकृत की है। बागेश्वर धाम जा रहे थे 13 लोग उत्तर प्रदेश से शव लेने पहुंचे घायल संगीता के भाई जितेंद्र यादव ने बताया कि मेरे जीजा जनार्दन यादव और उनकी छोटी बेटी आशवी उर्फ राखी यादव की मौत हुई है। बहन संगीता, भांजी अंशिका और अनुष्का की हालत गंभीर है। उनका झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि बहन के परिवार में जीजा जी, बुजुर्ग सास और तीन बेटियां हैं, ये लखनऊ में रहते हैं। जीजा का यहां टी स्टॉल था। पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। ऑटो में सवार होकर 13 लोग बागेश्वर धाम दर्शन करने जा रहे थे। दर्शन के साथ सबसे छोटी भांजी का मुंडन का भी प्लान था। हादसे की सूचना मिलने के बाद हम सुबह छतरपुर के लिए रवाना हुए थे। शाम करीब 7 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। हमारी मांग है कि अज्ञात वाहन के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए। परिवार में जीजा जी ही एक कमाने वाले थे। अब उनकी बहन, बूढ़ी मां और दोनों भांजियों के सामने भरण-पोषण की समस्या खड़ी जो जाएगी। उनकी आर्थिक मदद की जाए। महिला बोली- छोटी बेटी-पति नजर नहीं आ रहे घायल संगीता यादव ने बताया कि वह लखनऊ की रहने वाली है। 1 साल की बेटी का मुंडन करवाना था, इस कारण बागेश्वर धाम जा रहे थे। हम ऑटो में 13 लोग सवार थे। इसमें मैं, मेरे पति, तीन बेटियां शामिल थीं। अलसुबह ऑटो वाले ने एक ट्रक में पीछे से गाड़ी टकरा दी। तेज रफ्तार होने से बड़ा हादसा हो गया। दो बेटी तो दिख रही हैं, लेकिन छोटी बेटी और पति नजर नहीं आ रहे हैं। इनकी गई जान 7 मृतकों में लालू श्रीवास्तव पिता राजकुमार, गोविंद श्रीवास्तव पिता राजकुमार, मनु श्रीवास्तव पति लालू, नन्ही श्रीवास्तव पति राजकुमार चारों निवासी इकामगंज जिला फरूखाबाद यूपी , जनार्दन यादव पिता कामता, आशवी पुत्री जनार्दन दोनों निवासी मंत्री आवास गोमती नगर लखनऊ और प्रेमनारायण कुशवाहा पिता गोरेलाल निवासी ग्राम सिलौली थाना मौदहा जिला हमीरपुर यूपी शामिल हैं। ये हुए घायल 6 घायलों में अंशिका पुत्री जनार्दन, अनुष्का पुत्री जनार्दन, संगीता पत्नी जनार्दन यादव तीनों निवासी मंत्री आवास गोमती नगर लखनऊ उप्र, मोनू श्रीवास्तव पिता रामस्नेही निवासी शाहजहांपुर उप्र और हरीश पिता विनोद यादव शामिल हैं। इनमें से रामस्नेही यादव का इलाज छतरपुर जिला अस्पताल में चल रहा है, बाकी सभी को ग्वालियर रेफर किया गया है। यह खबर भी पढ़ें… ट्रक में घुसा श्रद्धालुओं का ऑटो, 7 की मौत छतरपुर में श्रद्धालुओं से भरा ऑटो ट्रक में जा घुसा। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। 6 घायल हैं। 5 की हालत गंभीर है, जिन्हें ग्वालियर रेफर किया गया है। बाकी एक का इलाज छतरपुर जिला अस्पताल में चल रहा है। एक्सीडेंट कदारी के पास नेशनल हाईवे-39 पर मंगलवार सुबह करीब 5 बजे हुआ। मृतकों में बुजुर्ग और एक साल की बच्ची शामिल हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…