एससी,आरक्षण के वर्गीकरण को लेकर 1 अगस्त को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कई संगठनों ने विरोध का ऐलान किया है। कांग्रेस ने भी आरक्षण वर्गीकरण के विरोध में 21 अगस्त को भारत बंद का समर्थन किया है। जबलपुर में भी सगंठनों ने अपने विरोध की रूपरेखा तैयार कर ली है। जानकारी के मुताबिक शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से आज दोपहर करीब 12 बजे तमाम संगठन इकट्ठा होंगे और फिर शहर के मालवीय चौक पर प्रदर्शन करेंगे। इस कार्यक्रम को देखते हुए जबलपुर पुलिस-प्रशासन ने मंगलवार की रात एक आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें अपर कलेक्टर,एएसपी संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। पुलिस आज होने वाले विरोध प्रदर्शन को लेकर अलर्ट मोड में है। शहर के हर चौराहे में पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की भी तैयारी की रखी गई है।
मंगलवार को हुई आपतकालीन पुलिस-प्रशासन की बैठक में विरोध प्रदर्शन करने वाले संगठन को समझाइश के साथ-साथ हिदायत दी गई है कि किसी भी तरह का हंगामा या फिर तोड़फोड़ जैसी स्थिती ना बनाए। किसी भी संस्था या प्रतिष्ठान को जबरन बंद ना करवाए। एएसपी सोनाक्षी सक्सेना ने संगठन से बात करते हुए कहा कि विरोध करने का अधिकार है, पर विरोध से किसी को नुकसान और लायन आर्डर ना बिगड़े इसका भी विशेष ध्यान रखे। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढ़ंग से रहेगा।
बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे रांझी, अधारताल, गढ़ा, हनुमान ताल से संगठन के कार्यकर्ता तहसील चौक अम्बेडकर जी की प्रतिमा के सामने पहुंचेगें, और फिर रैली के रूप में मालवीय चौक पर जाकर सभा करेंगे। आज भारत बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। कांग्रेस ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि विशेष सत्र बुलाकर न्यायालय के इस फैसले को निरस्त कर, नौवीं अनुसूची में शामिल करें , जिससे आरक्षण को बार बार चुनौतियों का सामना ना करना पड़े। विशेष सत्र में इस पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए, कि एसटी, एससी, की भर्ती के दौरान इंटरव्यू में नोट फॉर सूटेबल अर्थात नौकरी के लिए पात्र नहीं है । इन सभी मुद्दों को लेकर भारत बंद का समर्थन किया जा रहा है।