जिले की बिजली व्यवस्था का पुनरुत्थान किया जा रहा है। इससे लाइन लॉस तो कम होगा गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति हो सकेगी। केंद्र की आरडीएसएस योजना के तहत अतिरिक्त डीटीआर लगाने के साथ केबलिंग, नए ट्रांसफार्मर लगाने व सब स्टेशन बनाने का काम हो रहा है। पुनरुद्धार वितरण क्षेत्र योजना में करीब 12 नए सब स्टेशन बनाए जाना प्रस्तावित है, जिसमें करीब 7 सब स्टेशन बन चुके हैं और पांच सब स्टेशन के लिए कार्य शुरू होगा। योजना में 25 से 30 प्रतिशत कार्य हो चुका है। 16 माह में जिले में ओवर लोड की समस्या खत्म हो सकेगी। इससे लोगों को बेहतर बिजली मिल सकेगी। इसमें ट्रिपिंग व फाल्ट जैसी समस्या से राहत मिल सकेगी। योजना का उद्देश्य बिजली वितरण क्षेत्र में बदलाव लाया जाना है। इसमें तकनीकी और वाणिज्यिक एटीएंडसी घाटे को कम करने के साथ ही आपूर्ति की औसत लागत एसीएस औसत प्राप्त राजस्व एआरआर के अंतर को जीरो तक पहुंचाना है। दो पार्ट में योजना पर काम योजना के तहत पार्ट-1 में प्री-पेड स्मार्ट मीटरिंग, सिस्टम मीटरिंग तथा वितरण अवसंरचना के उन्नयन के लिए वित्तीय सहायता और पार्ट-2 में प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण व अन्य सक्षम गतिविधियां होंगी। इसके माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता लाई जाएगी और विश्वसनीयता एवं सामर्थ्य में सुधार हो सकेगा। 2025 तक काम पूरा होगा आरडीएसएस योजना के तहत अतिरिक्त डीटीआर लगाए जाने के साथ में केबलिंग व नए ट्रांसफार्मर लगाने तथा सब स्टेशन बनाने का कार्य किया जा रहा है। पुनरुद्धार वितरण क्षेत्र योजना में करीब 12 नए सब स्टेशन बनाए जाना प्रस्तावित है, जिसमें करीब 7 सब स्टेशन बन चुके हैं। वर्ष-2025 तक कार्य पूर्ण किया जाएगा। पीएस चौहान, एसई, बिजली कंपनी