जबलपुर में बने रविशंकर शुक्ल स्टेडियम के स्मार्ट सिटी ने पूना की एक कंपनी को किराए पर दे दिया है, जिसके बाद अब इस स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था प्राइवेट बाउंसर ने संभाल ली है। स्टेडियम में अगर किसी को सुबह-शाम वॉक भी करना है तो उसके लिए अच्छा खासा भुगतान करना होगा, नहीं तो अंदर जाने नहीं दिया जाएगा। राइट स्टेडियम में चल रही अवैध वसूली और लोगों को बिना पैसे लिए अंदर नहीं जाने देने पर कांग्रेस पार्षद दल और स्थानीय लोगों ने कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई, साथ ही कहा कि स्टेडियम में अवैध वसूली में नेताओं से लेकर बड़े-बड़े लोग शामिल है, जिस वजह से अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कांग्रेस पार्षद दल की शिकायत को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और स्मार्ट सिटी सीईओ से जांच करवाकर रिपोर्ट मांगी है। कांग्रेस ने कलेक्टर से मुलाकात कर शिकायत पत्र दिया और मामले में गंभीरता से कार्रवाई करने की बात कही है। जबलपुर राइट टाउन स्टेडियम को हाल ही में स्मार्ट सिटी ने करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद निजी कंपनी को ठेके में दे दिया है, जिसके बाद अब ये कंपनी स्टेडियम का देखरेख कर रही है। कंपनी ने मन मुताबिक अपना रेट सरकुलर जारी कर दिया है। स्टेडियम में टहलने के लिए 1 महीने में 354 देनें होंगे, योगा करने के 2 हजार, इतना ही नहीं फुटबॉल खेलने के लिए 8 हजार लिए जाते हैं। स्टेडियम स्मार्ट सिटी फंड से तैयार किया गया है. लेकिन निजी कंपनी मनमाना शुल्क वसूल रहा है। कांग्रेस पार्षद दल ने कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना से मुलाकात कर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा ने कहा कि निजी कंपनी के ठेकेदार के द्वारा मनमानी तरीके से पैसा वसूला जा रहा है, और महापौर जगत बहादुर अन्नू और नगर के जनप्रतिनिधि खामोश बैठे हुए है, जैसे की आम जनता के साथ लूट करने का ठेका दे दिया गया हो। उन्होंने बताया कि पहले ये स्टेडियम बच्चे,बुजुर्ग के टहलने के लिए बना था, पर अब इस स्टेडियम को स्मार्ट सिटी ने ठेके में पूना की एक कंपनी को दे दिया है, जो कि तीन से साढ़े तीन हजार, चार हजार तक एक-एक घंटे के लिए वसूल कर रहे है। मार्निंग वाकर से पांच सौ रुपए लेकर तीन सौ रुपए की रसीद काट रहे है। जबकि हमेशा से ये नि शुल्क रहा है। कांग्रेस पार्षद दल ने कलेक्टर से मुलाकात कर मांग की है कि मनमानी तरीके से पैसे ना वसूलते हुए एक निर्धारित दर से रुपए लिए जाए। एक नजर शुल्क वसूली पर टहलने और एथलीट के लिए 1 महीने के लिए 354 रुपए देने होंगे. वहीं, सबसे अधिक रेट फुटबॉल का है. जिसके लिए 8 हजार रुपए निर्धारित किया गया है. वहीं, बैडमिंटन के लिए 2500 रुपये, क्रिकेट 3000 रुपये, बास्केटबॉल 1200 रुपये, कराटे 1000 रुपये, टेबल टेनिस 2000 रुपये, ताइक्वांडो 2000 रुपए, जुंबा 1500 रुपये, मलखंब 1000 रुपये और सबसे हैरानी करने वाला रेट योग का हैं. जिसके लिए 2 हजार रुपए निर्धारित किया गया है।
40 करोड़ की लागत से बना है स्टेडियम राइट टाउन स्टेडियम को आधुनिक तरीके से बनाया गया है. जिसकी लागत करीब 40 करोड़ रुपए है। इस स्टेडियम में साढ़े 7 सौ लोगों की पवेलियन में बैठने की क्षमता है. जबकि 8 करोड़ से एथलेटिक ट्रैक भी तैयार किया गया है, जो 4 सौ मीटर का है। स्टेडियम में फुटबॉल ग्राउंड के साथ ही बास्केटबॉल मैदान का भी निर्माण किया गया है। कांग्रेस पार्षद दल राइट टाउन स्टेडियम निवासियों की समस्या सुनने के बाद कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के साथ कुछ लोग आए थे, उन्होंने स्टेडियम में शुल्क वसूली की शिकायत बताई है। इस मामले पर स्मार्ट सिटी सीईओ को निर्देश दिए है कि अगर अधिक वसूली की जा रही है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। स्टेडियम में कंपनी के द्वारा लिए जा रहे शुल्क को कम कैसे किया जा सकता है इस पर भी विचार किया जा रहा है।