सुप्रीम कोर्ट ने गुमशुदगी केस में नई एसआईटी गठित के दिए है आदेश पिछले आठ साल से लापता सागर के मान सिंह पटेल के हुलिए से मिलता जुलता एक व्यक्ति पुलिस को छोला मंदिर इलाके में मिला है। वह पन्नी बीनकर अपना गुजर बसर करता है। सागर पुलिस उसे भोपाल से सागर लेकर गई, लेकिन मान सिंह के परिजनों ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया है। मान सिंह को लापता कराने के आरोप मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर लगे हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। शीर्ष अदालत द्वारा नए सिरे से एसआईटी बनाकर मान सिंह की तलाश करने के आदेश के बाद पुलिस सक्रिय हुई है। सागर में मान सिंह की गुमशुदगी दर्ज है। जानकारी के मुताबिक चार दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने सागर मान सिंह पटेल की गुमशुदगी केस में नई एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद से सागर पुलिस दोबारा सक्रिय हुई है। सागर पुलिस को सूचना मिली थी कि मान सिंह पटेल के हुलिए का आदमी भोपाल में देखा गया है। इसके बाद सागर पुलिस ने छोला मंदिर पुलिस की मदद से गणेश मंदिर के पास 60 वर्षीय संतोष श्रीवास्तव उर्फ कबाड़ी को उठाया था। संतोष मूलत: बैरसिया का रहने वाला है। उसने 1992 में बैरसिया छोड़ दिया था। वह भोपाल में भानपुर चौराहा के पास फुटपाथ पर रहकर पन्नी बीनने का काम करता है। सागर पुलिस हुलिया समान होने की वजह से संतोष को भोपाल पुलिस की मदद से पहचान कराने के लिए सागर लेकर गई थी। सागर में मान सिंह के परिजनों ने संतोष को पहचानने से इनकार कर दिया। आईपीएस की एसआईटी गठित करने के निर्देश मामले में चार दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने मप्र पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया है कि आईपीएस की एक नई एसआईटी गठित की जाए। यह एसआईटी आईजी रैंक के अफसर की अध्यक्षता में गठित की जाएगी। इसके बाद सागर पुलिस सक्रिय हुई है। यह है मामला… मान सिंह पटेल 2016 में लापता हो गए थे। उनके बेटे सीताराम ने जमीन विवाद में उस समय के कांग्रेस के विधायक गोविंद सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों पर पिता को गायब कराने का आरोप लगाया था। सीताराम ने थाने में एफआईआर दर्ज कराने आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने मान सिंह की गुमशुदगी दर्ज की थी। पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांच को सुप्रीम कोर्ट ने दिखावा बताते हुए नई एसआईटी बनाने व इसमें दूसरे राज्यों के सीनियर आईपीएस को शामिल कर जांच करने के निर्देश दिए हैं।