दतिया के हिस्ट्रीशीटर बदमाश इमरान उर्फ इम्मू को झांसी पुलिस ने रविवार रात भुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर उसके दो साथी भागने में सफल हो गए। झांसी में रविवार रात को बिना नंबर की बाइक से जा रहे तीन बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने पैर में गोली मारकर एक बदमाश इमरान को पकड़ लिया। बदमाश को डेढ़ माह पहले उसके गुर्गों ने जमानत पर जेल से रिहा करवाया था। यह गैंग जल्दी ही ग्वालियर के डबरा में एक ज्वैलर के यहां लूट की घटना को अंजाम देने वाली थी। जिससे गैंग को 50 लाख का माल मिलने की उम्मीद थी। एक गोली पुलिस की कार में लगी झांसी सिटी एसपी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि, रविवार की रात मुखबिर से सूचना मिली कि तीन बदमाश दतिया से भितरवार गांव की तरफ जा रहे हैं। इस पर स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह तक्खर और रक्सा एसओ परमेंद्र सिंह की टीम चैकिंग कर रही थी। तभी तीन बदमाश बिना नंबर की बाइक से आते हुए दिखाई दिए। जब उनको रोका गया तो वे रुके नहीं और बाजना गांव की तरफ भाग गए। तब पुलिस ने उनकी घेराबंदी की। खुद को घिरता हुआ देखकर बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। एक गोली पुलिस की गाड़ी में जा लगी। इस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। तब एक बदमाश के पैर में गोली लगी। हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने नाम इमरान उर्फ इम्मू (28) बताया। जो दतिया का रहने वाला है। इमरान के दो साथी भाग गए। इमरान पर दर्ज है 20 केस पुलिस के मुताबिक, आरोपी इमरान ने पूछताछ में बताया कि वह साथियों के साथ ग्वालियर के डबरा में सुनार की दुकान में जल्द ही एक लूट करने वाला था। जिसमें उनको 50 लाख की ज्वेलरी मिलने की उम्मीद थी। साथियों ने लूट के लिए डेढ़ माह पहले ही इमरान की जमानत कराई थी। उसके खिलाफ पहले भी 20 मुकदमें दर्ज है। वह लूट, चोरी, डकैती, वसूली, पुलिस पर फायरिंग के मामले में जेल जा चुका है। जो दो साथी भागे हैं, उनकी तलाश पुलिस कर रही है। जिन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।