गुना में एक महिला और तीन अलग-अलग बोरों में कटा हुए शव…किसी में हाथ-पैर, किसी में सिर तो किसी में शरीर के अन्य हिस्से थे। 12 अगस्त की सुबह गुना के चांचौड़ा-बीनागंज में कुछ ऐसा ही दिल दहला देने वाला नजारा सरकारी राशन दुकान के पीछे का था। यहां एक महिला का शव तीन टुकड़ों में मिलने से सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने जब मामले का परत-दर परत खुलासा किया तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। महिला के मर्डर से पहले मुर्गा-दारू पार्टी, गैंगरेप और शव के टुकड़े करने का खुलासा हुआ। जानते हैं महिला की हत्या से लेकर उसके ठिकाने लगाने तक की सिलसिलेवार कहानी… 12 अगस्त को चाचौड़ा बीनागंज के खातोली गांव में सोमवार दोपहर बंद पड़ी सरकारी राशन दुकान के कैम्पस में सांडिल्य खेड़ी निवासी 40 वर्षीय महिला की लाश 3 टुकड़ों में मिली थी। सिर, धड़ और कमर के नीचे का हिस्सा अलग-अलग बोरियों में बंद था। दो बोरियां प्लास्टिक और एक जूट की थी। पुलिस ने आरोपी जगदीश प्रजापति और ओमप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी जगदीश ने खुलासा किया कि दूसरी बार रेप करने से मना करने पर उसने महिला की हत्या कर दी थी। मजदूरी और राखी खरीदने निकली थी महिला 11 अगस्त को सांडिल्यखेड़ी निवासी 40 वर्षीय महिला मजदूरी करने के लिए चांचौड़ा-बीनागंज के लिए निकली थी। बेटा और पति को बोला था कि राखी का त्योहार आ रहा है, इसलिए राखी भी वहीं से खरीदकर ले आएगी। इसके बाद से महिला का कुछ पता नहीं चला। बेटा और पति उसकी तलाश में भटकते रहे। बाद में जानकारी मिली की चांचौड़ा-बीनागंज में एक महिला की लाश मिली है। इसके बाद पति और बेटा उसकी शिनाख्त करने के लिए पहुंचे। यहां पर महिला के हाथ पर गुदे नाम से उसकी पहचान हो गई। खुलासे की पूरी कहानी, SDOP की जुबानी चांचौड़ा-बीनागंज SDOP दिव्या राजावत ने बताया कि 12 अगस्त की दोपहर सरकारी राशन की दुकान के पीछे तीन बोरों में शव के टुकड़े मिले थे। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बॉडी डीकंपोज होना शुरू हो गई थी। इससे महिला का चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा था। शव के टुकड़ों को बीनागंज अस्पताल भिजवाया गया और पुलिस टीम ने घटनास्थल की पूरी जांच की। शव रखवाने के बाद सबसे पहली चुनौती थी कि महिला की पहचान की जाए। इसके लिए कई तरीके अपनाए गए। फोटो सर्कुलेट लिए गए। जो महिला के हाथ पर टैटू बना था, उसके फोटो सोशल मीडिया पर ग्रुपों में डलवाए। आसपास के थानों में भी भेजा। टैटू में जैसा थोड़ा-थोड़ा नाम समझ आ रहा था, उसका वोटर लिस्ट में मिलते-जुलते नाम तलाश किए। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद गांवों में भी सूचना भिजवाई। एक गांव में पता चला कि वहां से एक महिला गायब हुई है। इसी दौरान वहांएक लड़के ने आकर कहा कि मेरी मां शनिवार से गायब है। वह बीनागंज का बोलकर आई थी। तो हमने उन्हें टैटू और महिला की साड़ी, पायल के फोटो दिखाए, तो उन्होंने उसे पहचान लिया। लड़के के कहा कि ये उसकी मां ही है। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल लेकर आए और वहां पीएम कराने के बाद शव उन्हे सौंप दिया गया। चौकीदार ने बताया-युवक के साथ दिखी थी हत्या के मामले में पुलिस अपनी जांच का दायरा लगातार बढ़ा रही थी। इसी दौरान वेयरहाउस के चौकीदार से पूछताछ की, क्योंकि महिला अक्सर वहां देखी जाती थी। उसने बताया कि शनिवार को महिला इस एरिया में दिखी थी। वह एक व्यक्ति के साथ थी। इसके बाद पुलिस ने उसके आने-जाने वाले रास्ते के CCTV को शनिवार सुबह से देखना शुरू किया। महिला के बेटे को भी साथ बिठाया। बेटे से पूछा कि उसकी मां गांव से कितने बजे आई थी, तो बोला की 8 बजे। गांव से बीनागंज आने में लगभग आधा घंटा लगता है। इसलिए सुबह 8:30 बजे से CCTV देखना शुरू किया। महिला के साथ था जगदीश प्रजापति CCTV में सुबह लगभग 11:30 बजे महिला अपने सिर पर एक सफेद थैला रखकर जाती हुई दिखी। उसके बेटे ने पहचान लिया कि यही उसकी मां है। उसके पीछे ही लाल रंग की शर्ट पहने हुए एक व्यक्ति भी जाता हुआ दिखा। फिर हम वो फुटेज उन लोगों को दिखाए जो जगदीश को जानते थे। तो उन लोगों ने उसे वेरिफाई किया। अब यह पक्का हो गया था कि जगदीश ही हमारा मुख्य संदेही है। फिर हमने पूरे दिन का फुटेज देखा कि महिला इसके साथ गई है और फिर वापस आई है क्या। पूरे फुटेज में वो वापस आती हुई नहीं दिखी। इससे यह साफ हुआ कि इसी आदमी ने महिला के साथ शायद कुछ किया है। जगदीश के घर पहुंचे तो मिला ताला चांचौड़ा-बीनागंज SDOP दिव्या राजावत ने बताया कि हमने जगदीश का नंबर लिया। उसको सर्विलांस पर डलवाया। उधर उसके घर का पता किया तो उसके घर पर ताला लगा था। पड़ोसियों ने बताया कि वह कुछ दिन से यहां नहीं आया। इससे पुलिस का शक और गहराता चला गया। उसके नंबर की लोकेशन भी बार-बार बदल रही थी। शायद उसे यह भनक लग गई थी कि कहीं न कहीं पुलिस तक उसकी जानकारी पहुंच गई है कि महिला को उसके साथ देखा गया था। इसी दौरान बुधवार रात को उसकी लोकेशन कुछ समय के लिए एक जगह आई। तेली गांव में उसकी लोकेशन स्टेबल हुई। पुलिस टीमें तैयार तो थी हीं, तत्काल उस गांव में पहुंची और उसे हिरासत में लिया। वह अपने पुराने घर में ही छिपा हुआ था। पुलिस टीम उसे लेकर थाने आईं। पूछताछ में जगदीश ने कबूल की हत्या पुलिस हिरासत में आने के बाद आरोपी जगदीश प्रजापति से पूछताछ की गई तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह महिला को जानता था। उस दिन सुबह वो ही महिला को लेकर कमरे पर आया था। आते समय शराब खरीदी और बाकी सामान लिया। कुछ देर में उसका साथ ओमप्रकाश मीना भी आ गया। तीनों ने मिलकर पहले मुर्गा बनाया। तीनों ने शराब पी। इसके बाद ओमप्रकाश ने महिला के साथ रेप किया। फिर वह उसके घर से चला गया। घर पर केवल जगदीश और महिला ही रह गए। जगदीश ने भी उसके साथ रेप किया। जगदीश ने कुछ देर बाद फिर से गलत काम करने को कहा, तो महिला ने मना कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। विवाद के बाद जगदीश ने कमरे में रखी कुल्हाड़ी उठाई और महिला के गले पर वार कर दिया। इससे महिला की वहीं मौत हो गई। रात भर शव के साथ रहा, फिर कुल्हाड़ी से काट डाला महिला की हत्या करने के बाद जगदीश रातभर शव के पास रहा। उसका घर एक ही कमरे का था। जब उसका नशा उतरा, तो फिर उसने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उसके लिए यह मुश्किल था कि वह महिला के शव को ऐसे ही ठिकाने नहीं लगा पाता। इसलिए उसने कुल्हाड़ी से महिला के शव के टुकड़े किए। सिर, धड़ और कमर के नीचे तीन जगह से उसने शव को काटा। घर में रखे तीन बोरों में उसने शव के टुकड़े रखे। तीनों बोरों को वह अलग-अलग बोरे में लेकर गया। एक-एक कर तीनों बोरों को उसने सरकारी राशन की दुकान के पीछे फेंक दिए। इसके बाद वह अपने कमरे में ताला लगाकर भाग गया।