वर्ल्ड फोटोग्राफी-डे:कुदरत ही​ शिल्पकार… गुप्तेश्वर पहाड़ी पर प्रकृति ने तराशा ‘दिव्य रूप’, मस्तक पर विराजा ‘मुकुट’

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श्रावण मास में ग्वालियर स्थि​त गुप्तेश्वर पहाड़ी पर कुदरती सौंदर्य और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिला। इस पहाड़ी पर भगवान शंकर का प्राचीन मंदिर है। प्रकृति ने पहाड़ को इस तरह तराशा है कि उसमें दिव्य मानवीय चेहरे की झलक दिख रही है। चेहरे पर आंख, नाक, मुंह के साथ मस्तक पर मुकुट भी दिखाई दे रहा है। इसी मुकुट में लगे पेड़ ने उसकी शोभा और बढ़ा दी है। इस दिव्य रूप को लोग खूब निहार रहे हैं।