बीते दो दिनों से रीवा का प्रसिद्ध क्योटी जलप्रपात पर्यटकों से गुलजार हो गया है। जिले में जुलाई महीने की शुरुआत से ही बारिश बेहद कम देखने को मिली थी। जिस वजह से जिले के जलप्रपात भी अपने पूर्ण स्वरूप में देखने को नहीं मिल रहे थे। लेकिन अगस्त महीने के 15 दिन बीते जाने के बाद क्योटी जलप्रपात अपने रंग में नजर आ रहा है। जहां अच्छा-खासा जल स्तर देखने को मिल रहा है। जो यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को काफी पसंद आ रहा है। शनिवार और रविवार को यहां पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिली। जबकि सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार होने की वजह से बड़ी संख्या में पर्यटकों के क्योटी वॉटरफॉल पहुंचने की संभावना है। रीवा के जलप्रपातों में बीते कुछ समय में कुछ हादसे भी देखने को मिले हैं। जिस वजह से जिला प्रशासन ने लोगों को ऐसे स्थान पर पर्यटन के दौरान सतर्क रहने के लिए कहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सेल्फी या स्टंटबाजी के लिए ज्यादा किनारे और खतरे वाले स्थान पर ना जाएं। तमाम सावधानी रखने के बाद भी अगर कोई हादसा होता है। तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। बता दें कि क्योटी जलप्रपात भारत का 24वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है। जो महाना नदी पर स्थित है। जिसकी गिनती संभाग के प्रमुख पर्यटन स्थलों में की जाती है। जहां बारिश के मौसम में पर्यटकों की भारी भीड़ पर्यटन के लिए पहुंचती है। पर्यटक गौरव शुक्ला ने बताया कि अगस्त महीने में यहां का नजारा देखने लायक हो गया है। रोजाना यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। हम यहां से कुछ ही दूर के रहने वाले हैं। जिस वजह से मन बहलाने के लिए अक्सर यहां पर चले आते हैं। इस स्थान पर आकर मन को बेहद सुकून मिलता है। प्रकृति प्रेमी और पर्यटन प्रेमियों के लिए ये स्थान सबसे बेस्ट है। जानकारी के मुताबिक जलप्रपातों पर जिस तरह पर्यटकों की भीड़ देखने को मिल रही है। यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। वॉटरफॉल देखने के लिए अधिकांश लोग किनारे पर जा रहे हैं। जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है। इसी साल ऐसे कुछ मामले देखने को भी मिले हैं। जहां लापरवाही और अनदेखी की वजह से फोटो लेने के दौरान एक महिला की मौत भी वॉटरफॉल में गिरने से हो चुकी है।