पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता और हत्या के बाद पूरे देश में आक्रोश है। आज (18 अगस्त) विदिशा में युवाओं ने इस घटना के विरोध में नीमताल चौराहे पर प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। अतुल तिवारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ हुई दरिंदगी के खिलाफ आज प्रबुद्ध नागरिकों जिसमें डॉक्टर युवा किसान व्यापारी सभी ने मिलकर प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री से आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की। जिससे देश के अंदर अराजकता का माहौल न बने। कहीं ऐसा न हो कि लोगो को मजबूर होकर अपनी बहन बेटी की सुरक्षा के लिए हथियार उठाना पड़े। अगर ऐसा करना पड़ा तो यह देश के लिए सरकार के लिए और समाज के लिए बड़ा अपमानजनक काम होगा। सचिन भार्गव ने बताया कि महिला चिकित्सक के साथ हुई घटना से देश शर्मसार हुआ है। लोगों में आक्रोश है। हम इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है। भारत में ऐसी घटना होना ,यह भारत की संस्कृति के ऊपर एक बड़ा कलंक है। हम न्याय की मांग करते हैं कि उन आरोपियों को ऐसी कठोर सजा मिले। सरकार ऐसा कानून बनाए जिसको सुनकर बुरा सोचने वाले लोगों की रूह कांप जाए। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति मोमबत्ती जलने की नही है। साड़ी का पल्लू मात्र खींचने से महाभारत का युद्ध हो गया था। अपहरण करने पर लंका को जला दिया था।