छत्रपति नगर के दलाल बाग में मुनि विनम्र सागर जी महाराज ने रविवार को अपने प्रवचन में कहा कि आपके बच्चों को सत्ता, संपत्ति , सिद्धि मिले, प्रसिद्धि मिले और इसके साथ ही उनकी जिंदगी को बचाना है तो उपनयन संस्कार अवश्य कराएं। दक्षिण में ये संस्कार कई वर्षों से हो रहे हैं। आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने भी सिरपुर में प्रथम बार ये संस्कार करवाए थे। उन्होंने कहा कि उपनयन संस्कार मोक्ष जाने में निमित्त बनेगा। छोटी उम्र में किया गया ये संस्कार हर प्रतिकूलताओं में काम आता है। इस संस्कार के माध्यम से सरस्वती की कृपा इन बालकों पर बनी रहेगी । व्यसन मुक्त समाज का निर्माण कराना हमारी जवाबदारी है। आज आठ बालकों का उपनयन संस्कार ब्रह्मचारी अविनाश भैया के द्वारा बोले गए 16 मंत्रों से मुनि निस्वार्थ सागर जी महाराज एवं निसर्ग सागर जी महाराज द्वारा किया गया। इस दौरान उपनयन संस्कार करा रहे सभी बच्चों ने मुंडन कराया। बालकों को सभी व्यसनों के साथ ही मोबाइल के सभी गेमों का भी त्याग कराया गया। उनके गले में जनेऊ डलवाए गए व हाथ में कलावा पहनाया गया। फिर उन्हें प्रतिदिन मंदिर के दर्शन व रात्रि भोजन के त्याग करने का नियम भी दिलवाया गया। साथ ही कहा कि प्रतिदिन एक बार माला अवश्य फेरना होगी। तत्पश्चात सभी बालकों ने मुनि श्री की तीन परिक्रमा भी लगाई। रक्षाबंधन महामंडल विधान प्रारंभ हुआ दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि रविवार को मुनि विनम्र सागर जी महाराज के पाद- प्रक्षालन करने का सौभाग्य सागर के अरुण कुमार जैन – अमित कुमार जैन एडवोकेट परिवार को प्राप्त हुआ। पूर्व में प्रातः 6:30 बजे से श्रीजी की शोभायात्रा, 7:00 बजे से मंगलाष्टक अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन , 7:30 बजे से पात्र चयन, पात्र शुद्धि के बाद 8:00 बजे से रक्षाबंधन महामंडल विधान प्रारंभ हुआ। सांय 7:30 बजे से संगीतमय आरती हुई। इस अवसर पर मनोज बाकलीवाल, मनीष नायक,सतीश डबडेरा, सतीश जैन, आनंद जैन, सचिन जैन, भरतेश बड़कुल, अमित जैन, कमल अग्रवाल , सुधीर जैन, भूपेंद्र जैन,प्रदीप स्टील, रितेश जैन, आलोक बंडा आदि विशेष रूप से मौजूद थे। मुनि संघ के प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से हो रहे हैं।