बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में शुरू होने वाली कैथ लैब की मशीनें रीवा मेडिकल कॉलेज की मशीनों की साथ आएंगी। इस संबंध में भोपाल के अधिकारियों को उपमुख्यमंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री ने राजेंद्र शुक्ल ने निर्देश दिए हैं। वे मेडिकल कॉलेज में शुरू हो रही सुपर स्पेशलिटी सेवाओं की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। विधायक शैलेंद्र जैन ने उन्हें रीवा मेडिकल कॉलेज के लिए खरीदी जाने वाली कैथ लैब की मशीनों के संबंध में जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने यह निर्देश दिए। विधायक व बीएमसी डीन डॉ. पीएस ठाकुर ने उन्हें विस्तार से प्रोजेक्ट की जानकारी दी। मंत्री ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा से फोन पर चर्चा कर प्रस्ताव की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सागर बड़ा सेंटर है और हम यहां पर मेडिकल की सीट्स 100 से बढ़ाकर 250 करने जा रहे हैं। मैं अब सागर जिले का प्रभारी मंत्री हूं और प्रतिमाह यहां आऊंगा। इसलिए बीएमसी के सारे विषय प्राथमिकता से पूर्ण किए जाएं। उन्होंने बीएमसी में कैथ लैब, न्यूरोलॉजी एवं कैंसर हॉस्पिटल की प्रगति की जानकारी ली और प्लानिंग को देखा। उन्होंने कहा कि कॉलेज की कमियों को पूरा कर डीपीआर तैयार करके टेंडर जारी करें। एमआरआई व सीटी स्कैन मशीन भी जल्द लगाई जाए। रेडियोलॉजी विभाग में सोनोग्राफी के लिए एसआर शिप शुरू करने का निर्णय हुआ। ताकि जांच के लिए मैनपावर की व्यवस्था हो सके। विधायक जैन ने कहा कि चमेली चौक अस्पताल जीर्णोद्धार के बाद काफी अपग्रेड हो गया है। यहां पर सामान्य प्रसव भी शुरू कर दिए गए थे। लेकिन अब यहां स्वास्थ्य सुविधाएं लचर हो गई हैं। मंत्री ने कलेक्टर को जिम्मेदारी देते हुए सीएमएचओ से व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। विधायक जैन ने बीएमसी में सफाई, सुरक्षा व्यवस्था के लिए कर्मचारियों की कमी होने की बात कही। जिस पर डीन डॉ. ठाकुर ने बताया कि 650 कर्मचारियों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मंत्री शुक्ल ने इसे अविलंब स्वीकृति देने की बात कही। इस दौरान मंत्री ने सभी विभागों के अध्यक्ष, डॉक्टर, सीएमएचओ, सिविल सर्जन से भी चर्चा की। इस अवसर पर सांसद लता वानखेड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत, कलेक्टर संदीप जीआर, एसपी विकास सहवाल सहित अधिकारी और डॉक्टर मौजूद थे। क्रिटिकल केयर यूनिट दूसरी मंजिल पर बनाने का सुझाव मंत्री ने कॉलेज में मातृ (एमएमआर) और शिशु (आईएमआर) मृत्यु दर पर चिंता जताई। इसे कम करने की दिशा में काम करने की जरूरत बताई। जिस पर डीन ने बताया कि स्त्रीरोग विभाग में प्राध्यापक के पदों पर भर्ती के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। पद भरेंगे तो स्त्रीरोग विभाग में पीजी सीट में वृद्धि होगी। इससे गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल में मदद मिलेगी। मंत्री ने क्रिटिकल केयर यूनिट को बीएमसी अस्पताल की दूसरी मंजिल में खाली जगह पर बनाने का सुझाव दिया। ताकि इसी के साथ कैंसर अस्पताल के बंकरों का भी निर्माण कर मरीजों को इलाज दिया जा सके। उन्होंने न्यूरोसर्जन के पद निर्माण मुद्दे पर सीएमई तरुण पिथोड़े को शीघ्र पद जारी करने के निर्देश दिए।