अशोकनगर में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की जन्म जयंती मनाई गई। जयंती पर शहर के पटेल पार्क में स्थित रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। संबोधित करते हुए नपा अध्यक्ष नीरज मनोरिया ने कहा कि साल 1857 में हुए संग्राम के दौरान वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की अहम भूमिका थी। रानी अवंती बाई लोधी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला शहीद वीरांगना थी। 1857 की क्रांति में रामगढ़ की रानी अवंती बाई रेवांचल में मुक्ति आंदोलन की सूत्रधार थीं। 1857 की मुक्ति आंदोलन में इस राज्य की अहम भूमिका थी जिससे भारत के इतिहास में एक नई क्रांति आई। नारी शक्ति और साहस का परिचायक पार्षद महेंद्र भारद्वाज ने कहा रामगढ़ की महारानी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला वीरांगना थी। वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी ने नारी शक्ति और साहस का परिचय दिया था। वीरांगना रानी अवंती बाई ने अंग्रेजों से ऐतिहासिक युद्ध किया जो भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष नीरज मनोरिया, पार्षद महेंद्र भारद्वाज, धर्मेंद्र रघुवंशी सतपाल (सत्तू) लोधी, पूर्व पार्षद बादाम सिंह लोधी सहित डॉ. अशोक लोधी, कमल लोधी, गजेंद्र लोधी, विशाल लोधी, डॉ. पवन लोधी, सीताराम लोधी, सतीश लोधी, विनोद लोधी, आर्यन लोधी, पवन लोधी, विकास लोधी, मामा लोधी, गफ्फार खान, राजू पंडा और मुकेश ओझा सहित स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।