पूरा देश जब धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, उस दौरान 15 अगस्त के दिन जबलपुर के दो पुलिसकर्मी उन लोगों के साथ आजादी का जश्न मना रहे थे, जो कि सड़क पर धूमकर बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर है। शहर के हनुमानताल थाने में पदस्थ दो प्रधान आरक्षक ने थाने के आसपास घूम रहे विक्षिप्तों के बाल बनवाए, उन्हें नहलाए और फिर नए कपड़े भी दिए। जबलपुर में पदस्थ पुलिस आरक्षक के इस मदद भरे कार्य को लोग जमकर सराहना कर रहे है। दरअसल दोनों ही पुलिसकर्मी जब भी थाने से बाहर कुछ ना कुछ काम के लिए निकलते तब फटे कपड़ो में विक्षिप्त घूमते उन्हें नजर आते, तब दोनों ने प्रण किया जैसे भी हो पर धीरे-धीरे इन लोगों की दशा बदली जाएगी, इसके लिए उन्होंने दिन चुना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त का।
हनुमानताल थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक वेद प्रकाश और जनार्दन सिंह भी यह जानते है कि पुलिस कितना भी अच्छा काम करे पर लोग बुराई ही पुलिस की निकालते है, यही वजह है कि बिना किसी से कुछ कहे ये दोनों पुलिसकर्मी 15 अगस्त को दिन भर ऐसे विक्षिप्त जो कि उनके थाने के आसपास घूमते थे उन्हें साथ में लेकर आए, उनके बाल कटवाए और फिर हनुमान ताल तालाब में नहलाने के बाद कपड़े भी दिए और साथ में बैठकर खाना खिलाया। वेद प्रकाश और जनार्दन सिंह ने इस काम के लिए किसी से कुछ भी सहयोग नहीं लिया। पुलिसकर्मी भी मान रहे है कि हमेशा से हमें अपवाद और आरोपों के बीच ही रहना पड़ता है, इसलिए इस काम को दिखावा ना बताते हुए इसे अपनी इंसानियत मान रहे है।
हनुमानताल थाने के दोनों प्रधान आरक्षकों के इस कार्य के लिए उनके अधिकारी भी तारीफ कर रहे है। हालांकि हमने जब वेदप्रकाश और जनार्दन सिंह से बात करना चाही तो उनका कहना था कि हम बिनी किसी लालच के ये काम कर रहे है, इसलिए इस विषय में कुछ भी बोलना ठीक नहीं होगा। बहरहाल जबलपुर पुलिस के दोनों प्रधान आरक्षक की इस कार्य के बाद जनता के बीच तारीफ जरूर हो रही है।