भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में भी स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का उत्सव मनाया गया। मंदिर में विराजित भगवान श्री कृष्ण, बलराम और सुदामा की प्रतिमा को तिरंगा वस्त्र व तिरंगा मुकुट धारण करवाए गए थे। मंदिर परिसर में तिरंगा ध्वज लगाकर सजावट की गई है। शहर के मंगलनाथ मार्ग स्थित भगवान श्री कृष्ण की पाठशाला गुरू सांदीपनि आश्रम में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का उल्लास रहा। आजादी के पर्व पर भगवान का मंदिर भी तिरंगे से सजाया गया। सुबह मुख्य पूजन-अभिषेक करने के बाद भगवान को तीन रंग के वस्त्र धारण करवा कर सिर पर तिरंगे से बना मुकुट पहनाया गया। मंदिर परिसर तिरंगे झंडे से सजाया गया था। मंदिर के मुख्य पुजारी रूपम व्यास ने बताया कि जिस तरह सभी पाठशालाओं में आजादी का पर्व मनाया जाता है। वैसे ही भगवान की पाठशाला में भी आजादी का उत्सव मनाया गया है। आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने भाई बलराम के साथ 64 दिन शिक्षा ली थी। इस दौरान उन्होंने 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखी थीं। उज्जैन से मिली शिक्षा ही कुरुक्षेत्र में गीता के रूप में श्रीकृष्ण के मुख से प्रकट हुई। इसके बाद ही वे योगेश्वर और जगद्गुरू भी कहलाए। यह परंपरा सांदीपनि आश्रम में आज भी चल रही है।