सीहोर के रेलवे ओवर ब्रिज पर जगह-जगह गड्ढें हो गए हैं। कुछ गड्ढे इतने बड़े हो गए हैं कि उनसे सरिए बाहर निकल आए जो लोगों के लिए हादसे का कारण बन रहे हैं। हालत यह है कि ब्रिज के साथ ही उसके नीचे की सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो चुकी है लेकिन यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों को हो रही समस्या के बाद भी रेलवे प्रबंधक इस और ध्यान नहीं दे रहा है। जानकारी के अनुसार करोड़ों रुपए की लागत से मंडी स्थित रेलवे ओवर ब्रिज 6 साल पहले बनकर तैयार हुआ था लेकिन छह माह बाद ही इसमें जगह-जगह गड्ढे होना शुरू हो गए थे। बार-बार यहां पेंच वर्क तो किया जाता है, लेकिन स्थायी निराकरण नहीं होने से गड्ढे बड़ा आकार ले चुके हैं। जिससे कई गड्ढों में से सरीए बाहर आ गए हैं, जो यहां से निकलने वाले वाहनों को बेकाबू कर रहे हैं जिससे हादसे का भय बना हुआ है। खास बात यह है कि छह साल पहले इस ब्रिज को तो बनाया गया लेकिन इसके नीचे रेलवे स्टेशन और रैक पाइंट जाने वाले सड़क का एक भी बार निर्माण नहीं किया गया है जबकि हर रोज बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले यात्री वाहन और रैक पांइट जाने वाले सैकड़ों ट्रक की आवाजाही है। जिससे यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। चार हजार से अधिक वाहनों की आवाजाही शहर के कृषि उपज मंडी स्थित रेलवे ओवरब्रिज बदहाल स्थिति में पहुंच गया है। ओवरब्रिज के ऊपर कई जगह कांक्रीट मटेरियल उखडऩे से गड्ढे हो गए हैं। प्रतिदिन 4 हजार से ज्यादा आवाजाही करते हैं फिर भी अनदेखी की जा रही है। हालत यह है कि गड्ढे के अंदर के सरिए भी दिखने लगे हैं। जिसकी वजह से कोई भी टू व्हीलर वाहन चालक इस गड्ढे में फंस कर हादसे का शिकार बन सकता है। इस ब्रिज से दिन और रात में हजारों वाहन गुजरते हैं। ऐसे में किसी भी वाहन चालक के साथ एक बड़ा हादसा हो सकता है। जिसमें उसकी जान भी जा सकती है। इससे रोजाना आवाजाही करने वाले हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं दो पहिया वाहन चालकों के साथ हादसे की अलग आशंका रहता है। इसके बावजूद मरम्मत की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मंडी सहित सैकडों गांव के लोग परेशान मालूम हो कि कृषि उपज मंडी, फल सब्जी मंडी, लहसुन प्याज मंडी आने जाने वाले लोगों को रेलवे ओवर ब्रिज और उसके नीचे से निकले रास्ते से गुजरना पड़ता है। वहीं मंडी क्षेत्र के चार वार्ड के लोगों सहित सीहोर विधानसभा के 100 से अधिक गांव के लोग प्रतिदिन आते जाते हैं। लेकिन रेलवे प्रबंधन की अनदेखी से लोगों को काफी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। देश भर से आने वाले श्रद्धालु भी परेशान उल्लेखनीय है कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम के दर्शन व कथा सुनने देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं। रेल मार्ग से ही ज्यादातर लोग आते हैं। सीहोर की पहचान आज एक धार्मिक नगरी के रूप में स्थापित हो चुकी है लेकिन दो नंबर प्लेटफार्म वाली सडक बहुत ही बदतर हाल में है। यहां से चलने वाले सैकड़ों ऑटो गड्ढों में फंस जाते हैं। जिनका पलटना का डर बना रहता है। ऑटो चालकों का कहना है कि गड्ढों में हमारे वाहन खराब हो रहे हैं कमाई वाहनों के सर्विसिंग में खर्च हो रही है। रेलवे प्रबंधन को निर्देशित करेंगे सीहोर एसडीएम तन्मय वर्मा मंडी स्थित रेलवे ओवर ब्रिज के ऊपर और नीचे की सडक में हो रहे गड्ढों की मरम्मत के लिए रेलवे प्रबंधन से संपर्क कर निर्देशित किया जाएगा। वहीं इससे लगा हुआ हो क्षेत्र पीडब्लयूडी या नगरपालिका में आ रहा होगा तो उसका भी पेंच वर्क करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।