शहडोल कमिश्नर कार्यालय में एक किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया। मामले की शिकायत पीड़ित किसान ने कई बार की थी। लेकिन सुनवाई नहीं होने से वह दुखी था। पीड़ित किसान बृजराज जोगी कोदैली रामपुर जिला अनूपपुर का रहने वाला है। वह मंगलवार को अपना आवेदन लेकर कमिश्नर कार्यालय पहुंचा था। वहां मौजूद डिप्टी कमिश्नर ने आवेदन लेकर किसान को जाने को कहा। किसान का आरोप है कि अधिकारी ने उसके आवेदन को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। बिना पढ़े ही जाने के लिए कह दिया। जबकि आवेदन में 7 दिन बाद आत्महत्या करने की बात लिखी थी। अधिकारी पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए किसान कमिश्नर ऑफिस से निकला और पेट्रोल लाकर वापस ऑफिस पहुंचा। हाथ में पेट्रोल लिए वह कमिश्नर ऑफिस की छत की तरफ सीढ़ियों से आगे बढ़ रहा था कि तभी वह अचेत होकर गिर गया। बेहोशी की हालत में किसान बृजराज जोगी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अब किसान की हालत सामान्य है। किसान ने कहा- अधिकारी ने मेरा आवेदन तक नहीं पढ़ा बुधवार को किसान ने बताया कि मैं मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय में जनसुनवाई में आवेदन देने गया था। वहां कक्ष में मौजूद मैडम के हाथ में आवेदन देकर मैडम से कार्रवाई की बात कर रहा था। लेकिन, मैडम ने मेरी बात अच्छे से नहीं सुनी। आवेदन भी नहीं पढ़ा, आवेदन में मैंने यह जिक्र किया था कि वह परिवार के साथ 7 दिन के भीतर आत्मदाह की बात लिखी थी। इससे मैं हताश हो गया और इरदा बदलते हुए उसी दिन स्वयं आत्मदाह करने की कोशिश की। इसके पहले ही मुझे चक्कर आ गया और कर्मचारियों ने मुझे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। 10 एकड़ भूमि को किया खुर्द-बुर्द किसान बृजराज जोगी ने बताया कि वह बीते एक वर्ष से परेशान है। उसकी 10 एकड़ भूमि पटवारी ने खुर्दबुर्द कर परिवार के अन्य सदस्यों के नाम कर दी। जिसकी शिकायत वह कई बार तहसील कार्यालय, कलेक्टर अनूपपुर, कमिश्नर सहित आइजी से कर चुका था। लेकिन, उसे कहीं से न्याय नहीं मिला। जिससे पेरशान होकर वह एक बार फिर शिकायत लेकर पहुंचा था। इस शिकायत में उसने परिवार समेत आत्महत्या करने की बात कही थी, जिसे अधिकारी गंभीरता से नहीं समझ पाए। 2 बजते ही किया आत्महत्या का प्रयास पीड़ित किसान ने पेट्रोल व लाइटर खरीदा और दोपहर 2 बजने का इंतजार करने लगा। 2 बजते ही कमिश्नर कार्यालय की छत में आत्मदाह करने जाते समय अचानक सीढ़ी में गिर कर अचेत हो गया। कर्मचारियों की नजर पड़ी तो उसके कमर में पेट्रोल की बॉटल और हाथ में लाइटर रखा था। जिसे आनन-फानन में कर्मचारियों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां आइसोलेशन वार्ड में इलाज जारी है।