झाड़ फूंक करते-करते एक शख्स ने जब महिला के साथ छेड़खानी करना शुरू कर दिया तो महिला ने पति सहित बेटे,बेटी के साथ मिलकर तांत्रिक की हत्या कर लाश को नदी में फेंक दिया। घटना संजीवनी नगर थाना के शाही नाका क्षेत्र की है जहां रहने वाला बसोरी हलधर की चाकू मारकर हत्या की गई और फिर उसके शव को धूमा के पास एक नदी में फेंक दिया। हालांकि बसोरी हलधर का शव अभी तक नहीं मिला है। जबलपुर पुलिस ने आरोपियों के बयान के आधार पर हत्या के मामले में एक नाबालिग सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। चार आरोपी एक ही परिवार के सदस्य है, जबकि एक आरोपी पहचान वाला है। पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी राजा विश्वकर्मा उसकी पत्नी सुमन विश्वकर्मा, बेटी हेमानाथ विश्वकर्मा और उनके नाबालिग बेटे को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड में शामिल आशीष सोनी नाम का व्यक्ति अभी फरार है, जिसे कि पुलिस तलाश कर रही है।
झाड़फूंक के नाम पर कर रहा था छेड़खानी संजीवनी नगर थाने के साईं कालोनी में रहने वाले राजा विश्वकर्मा प्राइवेट जाॅब करते है। उनकी पत्नी सुमन विश्वकर्मा की कुछ दिनों से तबियत खराब थी, बहुत इलाज किया पर सुधार नहीं हुआ। सुमन को जानकारी लगी कि शाहीनाका में रहने वाला शख्स बसोरी उर्फ हलधर पटेल जो कि तांत्रिक है, और तंत्र क्रिया करके जो भी भूत- बला है, उसे दूर कर सकता है। सुमन ने तांत्रिक बसोरी के घर जाकर संपर्क किया और बताया कि वह कई सालों से परेशान है। घर पर कुछ ठीक नहीं चल रहा है, हमेशा मैं बीमार रहती हूं। इस पर बसोरी ने कहा कि झाड़ फूंक करना होगा, जिसके बाद पूरी तरह से ठीक हो जाओगी। बसोरी ने कहा कि जब भी तंत्र क्रिया होगी तब घर पर कोई नहीं होना चाहिए, क्योंकि अकेले में ही उसका लाभ होगा। सुमन तांत्रिक के बातों मे आ गई और घर पर किसी को बिना बताए तांत्रिक को बुलाना शुरू कर दिया। बसोरी सुमन के घर जब कभी आता, पूजा पाठ के नाम पर रुपए तो लिया करता था, साथ ही झाड़फूक करने के नाम पर छेड़खानी करता। महिला को लगा कि यह उसका काम है, पर धीरे-धीरे बसोरी जब कुछ ज्यादा ही छेड़खानी करने लगा तो सुमन को समझ में आ गया कि यह तांत्रिक उसके साथ बदतमीजी कर रहा है, जिसके बाद सुमन ने मृतक को घर आने से मना कर दिया।
अधूरी पूजा छोड़ी तो संकट आ जाएगा सुमन बसोरी हलधर के इरादों को भांप गई थी, उसे समझ में आ गया था कि यह झाड़फूक के नाम पर उसके साथ छेड़खानी कर रहा है, तो उसे घर आने के लिए मना कर दिया। इसके बाद भी तांत्रिक महिला को फोन करके परेशान करता रहा। तांत्रिक ने सुमन से कहा कि अगर पूजा बीच में छोड़ी तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। हो सकता है कि परिवार में किसी को भयंकर बीमारी हो जाए। बसोरी की यह बात सुनकर सुमन डर गई और उसने कहा कि परिवार में किसी को कुछ नहीं होना चाहिए। महिला ने तांत्रिक से कहा कि आप तंत्र क्रिया करें पर दूर से, इस पर मृतक ने कहा कि फिर तो ठीक होने में बहुत समय लग जाएगा। परेशान सुमन ने अखिरकार पूरी घटना पति राजा को बताई, तो वह आग बबूला हो गया। जानकारी जब सुमन के बेटे-बेटी को लगी तो सभी ने एक मत होकर फैसला किया कि बसोरी को जान से खत्म कर देंगे।
राजा का प्लान-दोस्त को किया शामिल 5 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक झाड़फूंक के नाम पर बसोरी सुमन के घर आता रहा। 18 जुलाई को राजा ने अपने दोस्त आशीष को घर पर बुलाया और पत्नी सुमन, बेटी हेमानाथ और 17 वर्षीय नाबालिग बेटे के साथ प्लान बनाया। 19 जुलाई की शाम को सुमन का पति राजा बसोरी के घर पहुंचा और बताया कि उसकी पत्नी की तबीयत में काफी आराम है। पहचान के कुछ लोग बोल रहे है कि नेपाल में एक जगह है, जहां पर कि एक मंदिर है, हमारा पूरा परिवार जा रहा है, तुम्हें भी साथ में चलना है तो चल सकते है। राजा की बात सुनकर बसोरी नेपाल जाने के लिए तैयार हो गया। राजा ने तांत्रिक से कहा कि कल शाम को निकलना है। अगले दिन राजा के साथ जाने से पहले बसोरी ने अपने छोटे भाई कमलेश को बताया कि वह राजा और उनके परिवार के साथ नेपाल जा रहा है। 20 जुलाई की शाम को करीब 5 बजे राजा अपनी कार एमपी 20 जेडएच 5680 में सवार होकर पत्नी,बेटी और बसोरी के साथ सिवनी तरफ के लिए रवाना हो गए। तिलवारा थाना के सगड़ा क्षेत्र के पास आशीष औ र राजा का नाबालिग बेटा भी आ गया और फिर वह लोग भी गाड़ी में बैठ गए।
गले में चाकू मारकर हत्या की-लाश नदी में फेंकी सगड़ा के पास से कार राजा का बेटा नाबालिग चलाने लगा, बगल में बसोरी बैठा हुआ था, जबकि पीछे वाली सीट पर राजा और आशीष बैठे हुए थे। सभी लोग जबलपुर से बरगी पहुंचे जहां उन्होंने खाना खाया। इसके बाद धूमा होते हुए जैसे ही कार चरगंवा के पास पहुंची तो पीछे बैठे राजा ने चलती कार में बसोरी के गले में चाकू से हमला कर दिया। चाकू लगते ही बसोरी एक तरफ गिर गया, इसके बाद जंगल में एक पुल के पास गाड़ी रोकी और फिर राजा ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, इस दौरान नाबालिग और आशीष रस्सी से गला दबाए हुए थे। आरोपियों को जब यकीन हो गया कि बसोरी मर चुका है तो उसे पुल से नीचे फेंक दिया। इसके बाद कार लेकर सभी तिलवारा के पास नहर गए जहां राजा, आशीष और नाबालिग लड़के ने अपने कपड़े उतारकर नहर में फेंक दिया, कार में लगे खून के छींटे को शराब से साफ किया। बसोरी हलधर का मोबाइल आशीष ने रख लिया। हत्या को अंजाम देने के बाद सभी घर आ गए।
मृतक के भाई ने पुलिस से शिकायत की 20 जुलाई से लापता बसोरी जब 24 तारीख तक घर नही आया तो छोटा भाई कमलेश संजीवनी नगर थाने पहुंचा और बताया कि 20 जुलाई से उसका बड़ा भाई लापता है। कमलेश ने बताया कि 19 जुलाई को बसोरी ने बताया था कि वह साईं कॉलोनी में रहने वाले राजा के साथ नेपाल जाने को कह रहा था, पर जाने से पहले घर नहीं आया। पांच दिन होने को है ना ही उन्होंने फोन लगाया, और ना ही फोन किया, अब तो उनका मोबाइल भी बंद जा रहा है। संजीवनी नगर थाना पुलिस ने 53/24 गुम इंसान कायम कर तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने राजा और उसके परिवार वालों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह लोग नेपाल जाने का कार्यक्रम कैंसिल हो गया था, इसलिए बसोरी से बात भी नहीं हुई। एएसपी समर वर्मा के निर्देश पर संजीवनी नगर थाना प्रभारी ने मेडिकल चौराहे से लेकर मेडिकल कॉलेज, अंधमूक बाईपास और गढ़ा तरफ लगे पचास से ज्यादा कैमरे खंगाले। कैमरे में राजा की महिंद्रा गाड़ी मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तरफ जाते हुए दिखाई दी। पुलिस ने बरगी के आसपास ढाबे में पूछताछ की तो पता चला कि 20 जुलाई की रात को राजा के साथ अन्य लोगों ने खाना खाया था। इसके बाद पुलिस ने सबसे पहले राजा और उसकी पत्नी सुमन को पूछताछ के लिए संजीवनी नगर थाने लेकर आए और पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात कबूल कर ली।
पत्नी के साथ छेड़खानी करता था,इसलिए मार डाला राजा ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी सुमन की कुछ समय से तबीयत खराब थी, पता नहीं कब मेरी पत्नी उस तांत्रिक बसोरी हलधर के जाल में फंस गई। तांत्रिक ने सुमन से हजारों रुपए झाड़फूक के नाम पर वसूल तो किए ही, इसके साथ छेड़खानी भी करने लगा। सुमन ने जब ये बात बताई तो मुझे उस पर भी बहुत गुस्सा आया पर उससे ज्यादा तांत्रिक पर क्रोध आ रहा था पर जिसने कि मेरी पत्नी के साथ छेड़खानी की थी। सुमन ने पूरा घटनाक्रम अपने दोनों बच्चों को भी बता दिया था। राजा ने बताया कि 18 जुलाई को घर पर अपने दोस्त आशीष सोनी जो कि शुक्ला नगर गढ़ा में रहता है उसे बुलाया और फिर प्लान बनाया कि कैसे बसोरी को खत्म किया जाए। राजा ने पुलिस को बताया कि तांत्रिक की हत्या करने के बाद से चाकू, रस्सी पुल पर ही फेंक दी थी। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस उस पुल पर भी पहुंची जहां पर कि बसोरी की लाश फेंकी थी, पर पानी अधिक होने के कारण लाश नहीं मिली। संजीवनी नगर थाना पुलिस ने धारा 140, 103, 238, 61 के तहत मामला दर्ज कर नाबालिग सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि फरार आशीष सोनी की तलाश जारी है। पुलिस बसोरी लाल के शव को भी तलाश कर रही है। पुलिस ने हत्या में उपयोग की गाड़ी को भी जब्त कर लिया है।