प्रदेश में अब ब्रेन डेड व्यक्ति के ऑर्गन्स ट्रांसप्लांट के बाद उसकी देह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। सरकार ने इसके लिए सहमति दे दी है। 1 सितम्बर से यह सिस्टम शुरू हो जाएगा। इसमें पुलिस द्वारा संबंधित हॉस्पिटल में जहां उसकी देह जब बाहर लाई जाएगी तो गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। हाल ही में अंग दान के मामले में मप्र को बेस्ट इमर्जिंग स्टेट का अवार्ड मिला था। इसे बढ़ावा देने के लिए स्टेट ऑर्गन्स टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (SOTTO) के प्रमुख डॉ. संजय दीक्षित ने सरकार को इस बाबद पत्र लिखा था। फिर इस पर एक प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था जिस पर सरकार की मंजूरी मिल गई है। मंगलवार को सुपर स्पेशियएलिटी हॉस्पिटल में सोटो के एक प्रदेश स्तरीय सेमिनार में इसकी जानकारी दी गई। मुख्य अतिथि शंकर लालवानी ने संबोधन में यह बात कही। स्टेट सोटो प्रमुख डॉ. संजय दीक्षित ने भी इसकी पुष्टि की है।
सेमिनार में मध्य प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज (शासकीय/अशासकीय) के डीन, प्रभारी अधिकारी, न्यूरोलोजिस्ट, विभागाध्यक्ष मेडिसिन, आईसीयू इंचार्ज डाक्टर, आईसीयू इंचार्ज नर्सेंस एवं प्रत्यारोपण समन्वयक उपस्थित रहे। इसमें इंदौर, खण्डवा, सागर, ग्वालियर, रतलाम, सतना, विदिशा, रीवा, शहडोल, भोपाल, शिवपुरी, सिवनी, छिंदवाडा, ग्वालियर,देवास से विभिन्न प्रतिभागी कार्यशाला लगभग 120 प्रतिभागी शामिल हुए |
सेमिनार में मुख्य अतिथि मंत्री तुलसी सिलावट , सांसद शंकर लालवानी ने तेजी से बढ़ते अंगदान की प्रशंसा की। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य जिस तरह से इन्दौर में अंगदान और प्रत्यारोपण का काम किया जा रहा है, वैसे ही प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में भी हो। इसके लिए अन्य हॉस्पिटल मे ट्रांसप्लांट एण्ड रिट्रावल को शुरू किया जा सके। सेमिनार में विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न तकनीकी विषयों व्याख्यान दिए और प्रतिभागियों के संशयों का समाधान किया।