हरदा जिले में मंगलवार को राठौर समाज ने राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की 386वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई। इस अवसर पर राठौर समाज के युवाओं ने शहर में भव्य वाहन रैली निकाली। इसके पहले नया बस स्टैंड पर वीर दुर्गादास राठौर के स्मारक पर माल्यार्पण किया।जिसमें बड़ी संख्या में सामाजिक युवा शामिल हुए।जहां समाज के लोगों ने स्मारक पर वीर दुर्गादास के जयकारे लगाएं। समाज के जिलाध्यक्ष अशोक राठौर ने बताया कि जयंती महोत्सव के अंतर्गत शहर के छीपानेर रोड पर बने मांगलिक भवन में समाज के युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। जिसमें सामाजिक बंधुओं ने समाज के गौरव ओर बलिदान को याद कर देश और समाज के लिए अपना योगदान देने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से वीर दुर्गादास राठौर ने समाज के लिए अपना बलिदान दिया है। उसी के चलते समाज के युवाओं और महिलाओं ने जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए 20 यूनिट ब्लड डोनेट किया है।जिससे की जयंती महोत्सव की सार्थकता सिद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति और उसका इतिहास अनमोल है। वीर दुर्गा दास जी राठौर एक ऐसे शिरोमणि थे। जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च न्यौछावर कर दिया।साथ ही उनकी पहचान एक वफादार योद्धा के रूप में याद की जाती है।उन्होंने समाज के लोगों से उनके पद चिन्हों पर चलकर एक देश और समाज के लिए योगदान प्रदान करने की बात कही है। नगर अध्यक्ष दुर्गेश राठौर और वरिष्ठ समाजसेवी नारायण राठौर ने कहा कि दुर्गादास राठौर की जीवनी से लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। वे शेर होकर भी साधु की तरह रहे। उन्होंने दुर्गादास राठौड़ की वीरता और राजपरिवार के प्रति समर्पण एवं वफादारी के संबंध में अवगत कराया। दुर्गादास राठौर ऐसे वीर थे कि कभी उन्होंने राष्ट्र रक्षा के अलावा राष्ट्र में शासन की कामना नहीं की। ऐसे वीर जिस समाज में जन्म लेते हैं। उस समाज को भी श्रेष्ठ बना देते है।उन्होंने ने बताया कि इस अवसर पर समाज के बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।