भोपाल के चिंतन मंडल कल्पना नगर एवं किशोर शिक्षा समिति के संयुक्त तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर पिपलानी में तुलसी जयंती उल्लास पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना के साथ किया गया। श्रीरामचरितमानस के दोहा चौपाइयों के सरस वचन के साथ मानस के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया गया। मुख्य अतिथि के अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीरामचरितमानस जीवन दर्शन है, वह हमारे जीवन के सारे प्रश्नों को सुलझाता है। यह सारे (वेद, पुराण, उपनिषद) आदि का सार है। इसके भावों को अपने चरित्र में उतार कर अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं। रामचरितमानस अमंगल को दूर कर मंगल करने वाला है। उन्होंने आगे कहा- सफलता में प्रसन्न और असफलता में निराश नहीं होना चाहिए, इसे रोज पढ़ना चाहिए। सभी प्रतिभागियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि जीवन में अच्छाइयों को ग्रहण करें व बुराइयों को तथा आलस्य को छोड़े। कार्यक्रम के अध्यक्ष ने मुक्त कंठ के कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि आज जो कुछ सुना देखा अद्भुत है। श्री राम का नाम ही मनुष्य को धन्य कर देता है। इस मौके पर विद्यार्थियों ने तुलसीकृत रामचरितमानस के माध्यम से मौखिक गायन व नाटक की प्रस्तुति देकर आत्म विभोर कर दिया। प्रभु श्रीराम उन सभी के जीवन में उतरेंगे। विद्यालय प्राचार्य मुकेश कुमार शुक्ला ने आभार प्रकट किया । समारोह के मुख्य अतिथि आरजी द्विवेदी एवं कार्यक्रम अध्यक्ष जमना प्रसाद ठाकुर के साथ विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेशचंद्र दुबे मंचासीन थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन विद्यालय की शिक्षिका सुषमा दुबे द्वारा अतिथि परिचय तथा स्वागत भाषण बसंत कुमार गर्ग द्वारा दिया गया।