प्रदेश भर में हो रही झमाझम बारिश की वजह से श्योपुर जिले से होकर गुजर रहे नदी-नालों में भारी उफान आ गया है। पार्वती नदी में जारी उफान की वजह से श्योपुर का कोटा-खातौली के साथ अब बारां सहित कई शहरों से संपर्क कट गया है। अमराल, सीप और चंबल नदियां भी और ज्यादा उफान पर पहुंच गई हैं, इससे लोगों की परेशानियां बढ़ने के साथ अब उनके लिए खतरा भी बढ़ गया है। श्योपुर में रविवार-सोमवार की रात से जारी बारिश सुबह बंद हुई लेकिन, नदी नालों में उफान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बारिश की वजह से बड़ौदा नगर टापू बन गया, खाड़ नाले में आए उफान की वजह से नगर के गली-मोहल्लों से लेकर हाईवे पर पानी ही पानी नजर आने लगे। पुलिस थाने से लेकल बागर के बीच हाईवे पर जल भराव की स्थिति देखी गई। इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कोटा-बारां से संपर्क कटा पार्वती नदी में जारी उफान की वजह से खातौली कोटा हाईवे और श्योपुर-कुहांजापुर बारां हाईवे पर बने पुल और रपटे पानी में डूब गए हैं। इन हालातों में इन रुटों पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है, सोमवार को पार्वती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। 15.2 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज श्योपुर जिले में 04 अगस्त को 15.2 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दिनांक 04 अगस्त 2024 को श्योपुर में 6, बडौदा में 12, कराहल में 6, विजयपुर में 52 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। इस वर्ष दिनांक 01 जून 2024 से अभी तक जिले में कुल 585.5 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इस अवधि तक 447 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी। चंबल और पार्वती नदियों में जारी उफान की वजह से सुंड़ी और सांढ़ गांव टापू बन गए हैं। पार्वती नदी से चारों ओर से घिरे सुंड़ी गांव में नदी का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है, इसे देखते हुए सोमवार को एसडीआरएफ की टीम ने मोटर वोट की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सुबह 11 बजे तक करीब 25 ग्रामीणों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है, बाकी ग्रामीणों को भी गांव से निकालने की तैयारी की जा रही है। उधर चंबल नदी से घिरे सांढ़ गांव के ग्रामीण गांव से बाहर आने को तैयार नहीं हैं क्योंकि, चंबल का पानी अभी गांव से कॉफी दूर है। सुंड़ी गांव निवासी रामकिशन वैष्णव ने बताया कि, पार्वती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, इससे पानी गांव के नजदीक पहुंच गया है। इसे देखते हुए एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया है, दोपहर 1 बज तक 25 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। कुछ ग्रामीण गांव में ही रहेंगे क्योंकि, वहां मवेशियां और अनाज भरा हुआ है, जिन्हें छोड़कर ग्रामीण फिलहाल नहीं आएंगे। उधर सांढ़ गांव को भी चंबल नदी ने चारों ओर से घेर लिया है, लेकिन, नदी का पानी सांढ़ गांव के अंदर नहीं पहुंचा है, इस वजह से ग्रामीण फिलहाल गांव को छोड़कर दूसरी जगह जाने को तैयार नहीं है, प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं, आपात स्थिति में वहां भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा। इनका क्या कहना है सांढ़ गांव नदी से चारों ओर घिरा हुआ है लेकिन, चंबल नदी का जलस्तर बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा है। इस वजह से ग्रामीण वहां से निकलने को तैयार नहीं है, हम लोग नजर बनाए हुए हैं, अगर स्थिति बिगड़ेगी तो रेस्क्यू करेंगे।