मनासा के महागढ़ गांव में तीसरे सावन सोमवारर पर कावड़ यात्रा निकाली गई। भक्तों ने इस बार यह सात्विक कावड़ यात्रा आयोजित की थी। यह कावड़ यात्रा सुबह महागढ़ बस स्टैंड स्थित श्री मारुति बालाजी मंदिर से प्रारंभ हुई। इससे पहले भगवान बालाजी महाराज और भगवान महादेव की पूजा अर्चना और आरती की गई। कावड़ यात्रा के लिए समिति के शिव भक्तों द्वारा आकर्षक रूप से कावड़ सजाए गए। डीजे ओर ढोल ढमाकों के साथ यात्रा में शामिल लोग भगवान भोलेनाथ की जय घोष करते दिखाई दिए। वहीं, कावड़ यात्रा का जगह-जगह शिव भक्तों द्वारा स्वागत किया गया। कावड़िए नंगे पांव कांधे में कांवड़ रखकर ध्वज व गाजे-बाजे के साथ बोल बम के जयकारों के साथ कतारबद्ध चलते दिखाई दिए। इस दौरान मार्ग में आने वाले गांव में भी कावड़ यात्रा का स्वागत किया गया। कावड़ यात्रा में सैकड़ों की संख्या में बड़े-बुजुर्ग युवा महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। कावड़ यात्रियों के द्वारा नीलकंठ महादेव मंदिर पर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और पूजन किया गया। श्रावण माह की इसी कड़ी में सोमवार को नीमच के चमड़ा कारखाना स्थित चैतन्य बालाजी मंदिर से पांच दिवसीय कावड़ यात्रा निकाली गई। यह कावड़ यात्रा उज्जैन के बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचेंगी, जहां जलाभिषेक कर भगवान महाकाल की पूजा अर्चना कांवड़ यात्री करेंगे। आयोजकों द्वारा यह दूसरी कावड़ यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें 20 युवा शामिल हुए हैं। कावड़ यात्रा शहर से ढोल धमाके के साथ निकाली, जिसे लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।