समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी में किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले तो खरीदी देरी से शुरू हुई है। उसके बाद से ही किसानों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक बार भी मूंग की फसल नहीं बेच पाए। किसानों के लिए सरकार ने एक अगस्त को एक दिन के लिए किसानों को स्लॉट बुक कराने की सुविधा प्रदान की गई है। जिसमें गुरुवार को सुबह दो घंटों में करीब साढ़े पांच सौ किसानों के स्लॉट बुक होने के बाद आई तकनीकी समस्या के चलते किसानों के स्लॉट बुक नहीं होने से किसानों में खासी नाराजगी है। किसान अपनी इस समस्या को लेकर कृषि विभाग के कार्यालय पहुंच गए। पोर्टल पर स्लॉट बुक करने वाले किसानों ने परेशान होकर, कृषि विभाग में इकट्ठा होकर कृषि विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचे और अपनी समस्या से अवगत कराया। किसानों का कहना है कि सुबह से पोर्टल पर स्लॉट बुक नहीं होने से वो परेशान हो रहे हैं। लेकिन स्लॉट बुक नहीं हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई किसानों ने मूंग बेच चुके लेकिन बिल जनरेटर नहीं हो पा रहे हैं। कृषि विभाग के उप संचालक संजय यादव ने बताया कि आज 550 किसानों के स्लॉट बुक हो हुए हैं। मेंटेनेंस के कारण पोर्टल बंद हुआ है, कुछ देर में शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि केवल उन्हीं किसानों के स्लॉट बुक हो रहे हैं। जिन्होंने एक बार भी फसल नहीं बेची थी। उन्होंने बताया कि जिले में 120 किसान हैं। जिनके बिल बनना बाकी है। जिसकी सूची वरिष्ठ कार्यालय को भेज दी गई है। जिले में 31 जुलाई तक 29,587 किसानों 94,427 मैट्रिक टन मूंग बेच चुके हैं। जिसका 260 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों के खातों में पहुंच चुका है।