केंद्र से लेकर राज्य सरकारें जनता और किसानों को सीधा फायदा पहुंचाने के लिए कई योजनाओं को लागू कर रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों को ऑनलाइन ही एप्लाई करना पढ़ रहा है। इसी का फायदा ठग भी उठा रहे हैं। ऐसी ही एक ठगी का मामला शिवपुरी में सामने आया है। जहां एक किसान के साथ कुसुम योजना के नाम ठगी हो गई। ठगों ने ऑनलाइन फॉर्म एप्लाई करने के नाम 1 लाख 24 हजार 600 रूपए की ठगी कर ली गई। हद तो तब हुई जब किसान ने ठगी की शिकायत एसपी ऑफिस की साइबर शाखा में की, लेकिन इसके बावजूद किसान से ठगों द्वारा ओर पैसों की मांग की जा रही है। पीड़ित किसान ने आज फिर साइबर शाखा में पहुंचकर ठगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। फर्जी वेबसाइट पर कर दिया था एप्लाई
भौंती थाना क्षेत्र के महोबा डामरोन के रहने वाले किसान लोकेन्द्र सिंह चौहान पुत्र जसरथ सिंह चौहान ने बताया कि उसने कुसुम योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन एक वेबसाइट पर एप्लाई 22 जुलाई को किया था। फॉर्म भरने के दौरान उसने ऑनलाइन 5600 रूपए का भुगतान कर दिया था। इसके बाद ठगों ने 40000, 49000 और 30000 हजार रूपए उनके खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। लेकिन सब्सिडी के पैसे खाते में नहीं आए। बाद में पता चला कि जिस वेबसाइट से उसने कुसुम योजना के लिए फॉर्म भरा था। वह वेबसाइट ही फर्जी थी। इसकी शिकायत एक दिन बाद इसने एसपी ऑफिस की साइबर शाखा में दर्ज कराई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ठगों के मोबाइल नंबर भी चालू है। उनके द्वारा अभी भी शिकायत के बाद बेखौफ होकर पैसों की मांग की जा रही है। इसी की शिकायत लेकर आज वह पुनः एसपी ऑफिस की साइबर शाखा पहुंचा। क्या हैं पीएम कुसुम योजना?
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना का मकसद किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके तहत, सरकार देश के सभी किसानों को खेतों में सोलर पंप लगाने के लिए विशेष कीमतों पर सिंचाई पंप उपलब्ध कराती है। इस योजना के तहत, किसानों को सिंचाई पंप पर 90% तक की सब्सिडी दी जाती है और सिर्फ 10% की लागत किसानों को देनी होती है। सरकार का मानना है कि इस योजना को अपनाने के बाद ईंधन की बचत होगी और सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होने लगेगा।