आज दिल्ली में महिला कांग्रेस का आंदोलन:MP में बढ़ते क्राइम का मुद्दा उठेगा, महिला आरक्षण कानून लागू कराने की होगी मांग

Uncategorized

महिला आरक्षण कानून लागू कराने सहित महिलाओं से जुडे़ मुद्दों को लेकर आज दिल्ली में महिला कांग्रेस प्रदर्शन करेगी। मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल ने बताया- महिलाओं के साथ हो रही उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने, राजनीतिक सशक्तिकरण, आर्थिक सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और सुरक्षा का अधिकार जैसी महत्वपूर्ण मांगे केंद्र सरकार के सामने रखी जाएंगी। दिल्ली के सोमवार को जंतर-मंतर से एक राष्ट्रीय व्यापी आंदोलन शुरू होगा। जिसमें मध्यप्रदेश की हजारों महिला कांग्रेस की पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल होंगी। विभा पटेल ने बताया कि महिलाओं के हक और अधिकार के लिए महिला कांग्रेस की इस पूरे आंदोलन की तीन बड़ी और महत्वपूर्ण मांगे केंद्र सरकार से रहेंगी। ये हैं तीन प्रमुख मांगें राजनीतिक सशक्तिकरण: महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण और भागीदारी के तहत महिला आरक्षण कानून को तुरंत लागू किए जाना चाहिए, जिसमें अति पिछड़े वर्ग कि हमारी ओबीसी की बहनों को आरक्षण और भागीदारी को सुनिश्चित कराना है। आर्थिक सशक्तिकरण: आर्थिक सशक्तिकरण के तहत देश की आधी आबादी जो आज बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से लड़ रही है, उसे राहत देने के लिए नारी न्याय के तहत केंद्र सरकार की महालक्ष्मी योजना के अनुसार हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपया या हर महीने 8 हजार 500 रुपए की आर्थिक सहायता सीधा उनके बैंक खातों में दिए जाने की मांग की जाएगी। सामाजिक न्याय और सुरक्षा का अधिकार: देश भर में लगातार महिलाओं के विरुद्ध अपराध में बढ़ोतरी हो रही है और अपराधियों में कानून नाम का कोई खौफ नहीं है, जिसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को जिंदा जमीन में दफनाए जाने की घटना ने प्रदेश ही नहीं देश को शर्मसार किया है। हाल ही में इंदौर में भाजपा पार्षद द्वारा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। भाजपा पार्षद को सत्तापक्ष का संरक्षण प्राप्त होने के कारण प्रशासन और शासन मूकदर्शक बना कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। राजधानी में महिला उत्पीड़न की घटनाएं दिल्ली में गूंजेंगी विभा पटेल ने बताया- भोपाल में विगत 6 महीनों में 6 महिलाओं की हत्या, 153 बलात्कार की घटनाओं के साथ महिलाओं की हत्याओं का ग्राफ बढ़ा है। प्रदेश भर में महिलाओं में भय का वातावरण निर्मित है। इतना ही नहीं मुंबई में 30 साल की महिला का सामूहिक बलात्कार, और उसके बाद हत्या, महाराष्ट्र के ठाणे जिले में नौ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे तमाम मामले महिला उत्पीड़न के देश में घटित हो रहे हैं।