कृषि विवि:नए सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारी, एक साथ दो डिग्री कोर्स कर सकेंगे छात्र

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देश सहित प्रदेश भर के दो कृषि विश्वविद्यालयों में नए सत्र 2024-25 से नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) कर रहा है। आईसीआर द्वारा गठित सिक्स डीन कमेटी ने नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए ड्रॉफ्ट तैयार कर लिया है। आईसीएआर द्वारा निर्देश जारी होते ही प्रदेश की दो कृषि विवि, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि ग्वालियर व जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि जबलपुर में लागू कर दिया जाएगा। कृषि विवि प्रशासन का कहना है कि इस साल से नई शिक्षा लागू होने की पूरी संभावना है। नई शिक्षा नीति लागू होने पर कृषि विवि से यूजी व पीजी करने वाले छात्र एक साथ दो डिग्री कोर्स कर सकेंगे। यानी बीएससी एजी में प्रवेश लेने वाले छात्र पार्ट टाइम, दूरस्थ या प्राइवेट माध्यम से दूसरे डिग्री या डिप्लोमा कोर्स में भी प्रवेश ले सकेंगे। अभी तक कृषि विवि में यह व्यवस्था लागू नहीं थी। इसका फायदा दोनों कृषि विवि में प्रवेश लेने वाले लगभग 5 हजार विद्यार्थियों को मिलेगा। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद विद्यार्थियों के लिए एकेडमिक क्रेडिट बैंक बनेगा। कृषि छात्रों ने बीच में पढ़ाई छोड़ी तो सर्टिफिकेट व डिप्लोमा मिलेगा नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद कृषि विश्वविद्यालय में यूजी में प्रवेश लेने वाले छात्र यदि फर्स्ट व सेकंड ईयर करने के बाद बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं तो उनकी पढ़ाई बर्बाद नहीं जाएगी। फर्स्ट ईयर में पढ़ाई छोड़ने पर सर्टिफिकेट, सेकंड ईयर में छोड़ने पर डिप्लोमा, थर्ड ईयर में छोड़ने पर डिग्री जबकि फोर्थ ईयर करने पर बीएससी ऑनर्स की डिग्री मिलेगी। अभी विद्यार्थियों को बीएससी कृषि की डिग्री तभी मिलती है तब वह चार की डिग्री पूरी कर लेते हैं। बीच में पढ़ाई छोड़ने पर उन्हें सर्टिफिकेट व डिप्लोमा देने की व्यवस्था नहीं है। पीजी की कितनी सीट में मिलेगा प्रवेश: राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि ग्वालियर व जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि जबलपुर में पीजी की अलग-अलग ब्रांच में 878 सीटें हैं। इनमें फ्री व ओपन सीट दोनों शामिल हैं। विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि से संबद्ध कृषि व हॉर्टीकल्चर के 5 कॉलेज हैं, जिनमें पीजी कोर्स में छात्रों को प्रवेश काउंसिलिंग के माध्यम से दिया जाएगा। इनमें ग्वालियर, इंदौर, सीहोर, खंडवा, मंदसौर शामिल हैं। इन सभी कॉलेजों में पीजी की 352 सीट हैं। वहीं जवाहर लाल नेहरू विवि जबलपुर में जबलपुर व रीवा कैंपस शामिल हैं जिनमें पीजी कोर्स में प्रवपेश छात्रों को दिया जाएगा। इन दोनों कैंपस में पीजी की 526 सीट हैं। एमएससी में प्रवेश के लिए 31 को सीटों का होगा आवंटन राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि ग्वालियर व जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि जबलपुर में संचालित अलग-अलग ब्रांच की एमएससी कोर्स में प्रवेश जिन विद्यार्थियों ने दस्तावेज वेरीफिकेशन कराने के साथ रविवार तक च्वॉइस फिलिंग कर दी है। उन्हें 31 जुलाई को सीटें आवंटित की जाएंगी। पीजी की काउंसिलिंग इस बार जवाहर लाल नेहरू कृषि विवि द्वारा आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही 31 जुलाई को अपग्रेडेशन का विकल्प भी छात्र चुन सकते हैं। इसके लिए उन्हें 5 हजार रुपए फीस जमा करना होगा। वहीं आवंटित सीट पर छात्र 1,2 व 5 अगस्त को प्रवेश ले सकेंगे। इसके साथ ही जो आवंटित सीट में प्रवेश नहीं लेना चाहते वे 1,2 व 5 अगस्त को ऑनलाइन माध्यम से निरस्त करा सकते हैं। अपग्रेडेशन का विकल्प चुनने वाले छात्रों को 7 अगस्त को एमएससी की सीट आवंटित की जाएगी। वहीं दूसरे चरण की काउंसिलिंग 8 अगस्त से शुरू होगी। नई शिक्षा नीति का ड्रॉफ्ट बनकर तैयार हो चुका है
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देश जारी होने के बाद नई शिक्षा नीति कृषि विवि में लागू हो जाएगी। उम्मीद है इसी सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों की परीक्षाएं आयोजित होंगी।
-डॉ. मृदुला बिल्लोरे, डीन, कृषि संकाय, कृषि विवि