नवजात की मौत मामले में चरक अस्पताल के डॉक्टर को नोटिस

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माधवनगर अस्पताल में 24 जुलाई को जन्मे नवजात को सांस लेने में तकलीफ होने पर आशा कार्यकर्ता चरक चिकित्सालय की बजाय निजी अस्पताल लेकर गई। यहां नवजात की हालत और बिगड़ गई व बाद में चरक चिकित्सालय लेकर गए थे लेकिन जान नहीं बच पाई। उक्त घटना सामने आने के बाद फ्रीगंज स्थित एमपी हॉस्पिटल का लाइसेंस एक माह के लिए निरस्त करते हुए सीएमएचओ ने जांच शुरू करा दी है। सीएमएचओ डॉ. अशोककुमार पटेल ने बताया कि जांच कमेटी गठित कर दी है, जो अस्पताल में उपचार व संसाधन संबंधी खामियां रही, उसकी जांच कर रिपोर्ट देगी। इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आशा कार्यकर्ता की भी सेवा समाप्त कर दी थी। डॉ. पटेल ने बताया कि चरक चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सक डॉ. योगेश शाक्य द्वारा भी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया गया है, जिसे लेकर नोटिस जारी किया है व संबंधित डॉक्टर के खिलाफ भी जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।