असीरगढ़ रेंज में पदस्थ एक वनपाल के साथ जंगल में गश्ती के दौरान कुछ लोगों ने मारपीट की। मामला 26 जुलाई की रात का है। वन विभाग ने दूसरे दिन 27 जुलाई को इसकी शिकायत नेपा थाने में की, लेकिन अफसर जानकारी छिपाते रहे। बाद में स्थिति क्लियर की। पुलिस को की गई शिकायत में वन पाल शाहिद पिता शेख जमील कुरैशी ने कहा कि मैं वनपाल होकर परिक्षेत्र सहायक झिरी वन परिक्षेत्र असीर में पदस्थ हूं। 26 जुलाई को रात मेरी बीट निंबोला में गश्त कर रहा था तभी पीर बेहलुल शाह बाबा दरगाह वाले क्षेत्र में गश्त कर चौंडी नदी क्षेत्र झिरी में गश्त करने पहुंचा। रात करीब 8.30 बजे हाईवे रोड चौंडी नदी पर बने ब्रेकर पर पहुंचा तो तीन बाइक चालक जिस पर दो दो लोग सवार थे आए और गालियां दी। बाइक पर बैठे एक व्यक्ति ने गर्दन में लकड़ी मारी। दूसरी ओर दूसरे बाइक वाले सामने आ गए। मेरी बाइक की चाबी निकाल ली। बोले- अब रात में हमारे खेत तरफ आए तो जान से खत्म कर देंगे। इतने में अन्य क्षेत्र में गश्त कर रहे नेपानगर एसडीओ मानसिंग खराड़ी और परिक्षेत्र सहायक, वनपाल विजय कन्नौजे, वन श्रमिक सरकारी गाड़ी में आते दिखे। तब तीनों बाइक चालक भाग निकले। एसडीओ और कर्मचारी मुझे झिरी नाके पर ले जाने लगे तभी 10-12 लोग और एकत्रित हो गए और गाड़ी पर पत्थर मारने लगे। मेरी बाइक की चाबी नहीं होने से बाइक चौंडी नदी के पास ही साइड में खड़ी कर दी थी। उसे परिक्षेत्र सहायक और सुरक्षा श्रमिक लेकर वापस आए। स्थिति से रेंजर तरूण अनिया को अवगत कराया। शिकायत के आधार पर निंबोला थान पुलिस ने 6 नामजद और छह अन्य इस तरह कुल 12 लोगों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। रेंजर बोले- शिकायत दर्ज कराई है
असीरगढ़ रेंजर तरूण अनिया ने कहा वन विभाग कर्मचारी के साथ झूमाझटकी, वाहन में तोड़फोड़ करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ निंबोला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं एसडीओ मानसिंग खराड़ी ने कहा मामले को रेंजर देख रहे हैं।