मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र में जौरा विधायक पंकज उपाध्याय ने भाजपा सरकार पर विपक्षी विधायकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। उपाध्याय ने कहा कि भाजपा विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये आवंटित किए जा रहे हैं, जबकि कांग्रेस विधायकों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि जौरा क्षेत्र की जनता को कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। विधायक पंकज उपाध्याय ने कहा कि पहाड़गढ़ के जंगल क्षेत्रों सहित धौधा, कन्हार, गहतौली, जडेरू, मरा, रकैरा, मानपुर, निरार, चंचुल और कुंवरपुर के गांवों में पीने के पानी की और सिंचाई की समस्या गंभीर है। किसानों को खाद की उपलब्धता नहीं हो रही, जिससे फसलें प्रभावित हो रही हैं। विकास कार्यों की दुर्दशा कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत काम मंजूर नहीं हो रहे हैं और ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नल-जल योजना भी क्षेत्र में असफल साबित हो रही है, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। विधायक ने कहा कि कई गांवों में स्कूल नहीं हैं। जैसे बस्तौली, रामलाल का पूरा और केमपुरा शामिल हैं। इसके साथ ही जहां स्कूल भवन हैं, वे जर्जर अवस्था में हैं। इसके अलावा, पीने के पानी की भी समस्या बनी हुई है। उन्होंने सिकरवारी क्षेत्र के बर्रेड गांव में कॉलेज की मांग की और इसे युवाओं की आवश्यकता बताया। युवाओं और खेल सुविधाओं की मांग पंकज उपाध्याय ने कहा कि भिंड-मुरैना के युवा सेना, फौज और पुलिस भर्ती के लिए तैयारी करते हैं, लेकिन उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की मांग की ताकि युवाओं को प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं के लिए दूर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र शहीदों की भूमि है, लेकिन युवाओं की अनदेखी की जा रही है। विधायक ने कैलारस शक्कर मिल का मुद्दा उठाया, लेकिन उनकी बात को बीच में ही रोक दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में कांग्रेस विधायकों को बात रखने के लिए केवल दो मिनट का समय दिया जाता है और माइक बंद कर दिया जाता है।