सागर के चार विकासखंडों में बनेगा फ्रूट फॉरेस्ट:​​​​​​​जैसीनगर में 10 एकड़ और खुरई में 25 एकड़ जमीन पौधरोपण के लिए चिंहित

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सागर जिले में फ्रूट फॉरेस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिले के चार विकासखंडों में फ्रूट फॉरेस्ट के लिए भूमि भी चिंहित ​​​​​​​कर ली गई है। जिस पर अगले 7 दिनों में पौधारोपण शुरू हो जाएगा। कलेक्टर संदीप जीआर ​​​​​​​ने बताया कि सागर के चार विकासखंडों में फ्रूट फॉरेस्ट हब बनेगा। जैसीनगर विकासखंड के ग्राम बड़ौदा में 10 एकड़ जमीन पर फ्रूट फॉरेस्ट लगाया जा रहा है। इसके साथ ही रहली, मालथौन और खुरई विकासखंडों में भी फ्रूट फॉरेस्ट के तहत पौधारोपण किया जाएगा। रहली एसडीएम गोविंद दुबे ने बताया कि रहली में अलग-अलग गांवों में जगह चिंहित की गई है। जहां जल्द ही फ्रूट फॉरेस्ट के लिए पौधारोपण किया जाएगा। वहीं, जैसीनगर एसडीएम रोहित वर्मा ने बताया कि बडौदा में 10 एकड़ भूमि को चिहिंत किया गया है। खुरई एसडीएम रविश श्रीवास्तव ने बताया कि खुरई में 25 हेक्टेयर भूमि को पौधरोपण के लिए चिंहित किया गया है। जहां फूड फॉरेस्ट के तहत फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। जबकि मालथौन में भी 3 ग्रामों में जगह चिंहित की गई है। जहां पौधों का रोपण होगा। जिसका संचालन और देखरेख ग्राम के ही सदस्य करेंगे।
इन पौधों का किया जाएगा रोपण
फ्रूट फॉरेस्ट में अमरूद, जामुन, नींबू, कटहल, मुनगा आदि फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए खाद और बर्मीकम्पोस्ट भी बनाया जा रहा है। पौधों की सिंचाई अटल भू-जल योजना के तहत ड्रिप इरीगेशन सिस्टम से की जाएगी। महिलाओं की सहभागिता की जाएगी कलेक्टर संदीप जीआर ने बताया कि फ्रूट फॉरेस्ट में महिलाओं की भी सहभागिता की जाएगी। इसमें ग्राम की महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनने के दिशा में फ्रूट फॉरेस्ट सार्थक सिद्ध होगा। महिलाएं इस कार्य में शामिल होंगी।