भोपाल के बैरसिया स्थित इजगिरी गांव की आंगनबाड़ी में मिड डे मिल खाने से 7 बच्चे बीमार हो गए। इन सभी की उम्र 3 से 5 साल है। 6 बच्चों को बैरसिया और एक को भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, मिड डे मिल खाने वाले कुल 64 बच्चों की जांच भी कराई गई। बीमार बच्चों ने मिड डे मिल में दाल-रोटी और लप्सी खाई थी। वहीं, पास की माध्यमिक शाला के बच्चों ने दाल-रोटी थी। खाना खाने के कुछ देर बाद ही आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी। जानकारी मिलने पर बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा मौके पर पहुंचे और बच्चों की जांच करवाई। इनमें से 7 बच्चों की हालत ठीक नहीं थी। इस कारण सभी को बैरसिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रवाना किया गया। इनमें से एक बच्चे को हमीदिया अस्पताल भेजा गया। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, जानकारी लगते ही मौके पर एसडीएम और तहसीलदार को भेजा गया। वहीं, स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी की जांच कराई गई। सभी बच्चों की हालत ठीक है। एहतियातन उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इन बच्चों की बिगड़ी तबियत
कीर्तिका पिता शिवनारायण उम्र 4 वर्ष, नायरा पिता उधम सिंह उम्र 3 वर्ष, वैशाली पिता भैयालाल उम्र 4 वर्ष, विराट पिता रमेश उम्र 5 वर्ष, परी पिता धर्मेंद्र उम्र 5 वर्ष, प्रिंस पिता धर्मेंद्र उम्र 4 वर्ष और ऋषभ पिता विनोद उम्र 4 वर्ष। इनमें से प्रिंस को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तहसीलदार करुणा दंडोतिया ने बताया कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी। उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी
इस आंगनबाड़ी में बालाजी स्व सहायता समूह द्वारा मिड डे मिल यानी, पौष्टिक आहार वितरण किया गया था। दोपहर 3.30 बजे बच्चों को उल्टी एवं दस्त की शिकायत होने लगी। इनमें से सात बच्चों की हालत ठीक नहीं होने पर उन्हें बैरसिया भेजा गया। जहां बच्चों का इलाज हुआ। इसी समूह ने शासकीय माध्यमिक शाला इजगिरी में भी भोजन का वितरण किया था। इसलिए बैरसिया के डॉक्टरों का एक शिविर भी स्कूल परिसर में लगाया गया। हालांकि, यहां के किसी भी बच्चे को शिकायत होना सामने नहीं आई। कांग्रेस नेता अविनाश भार्गव ने कहा कि मामले की जांच की जाए। यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। फूड सेफ्टी की टीम जांच में जुटी
बच्चों की स्वास्थ्य जांच के बाद प्रशासन ने आंगनबाड़ी में वितरित पौष्टिक आहार का टिफन बैरसिया पहुंचा दिया। फूड सेफ्टी अमले से चर्चा कर उक्त टिफन की जांच की जा रही है।