शाजापुर जिले के अकोदिया में गुलाना स्थित बालक सीनियर छात्रावास के अधीक्षक राधेश्याम इंदौरिया के शराब पीते हुए दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। 13 दिसंबर 2024 को छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से इस मामले को लेकर प्रदर्शन किया गया था। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया था। जिसके बाद से इस मामले में जांच चल रही थी। 15 दिसंबर 2024 को दूसरा वीडियो वायरल होने पर मीना मंडलोई, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग ने छात्रावास अधीक्षक को अधीक्षक के पद से हटा दिया। दैनिक भास्कर ने 13 दिसंबर 2024 को पहले वीडियो और 16 दिसंबर 2024 को दूसरे वीडियो के वायरल होने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले पर कार्रवाई की है। क्या है पूरा मामला शाजापुर जिले के गुलाना स्थित बालक सीनियर छात्रावास के छात्रों की ओर से दो दिन पहले छात्रावास के अधीक्षक पर शराब पीने, गाली-गलौज करने, खाना न देने समेत अन्य आरोप लगाए गए थे। इसके बाद 13 दिसंबर 2024 को अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया था। 15 दिसंबर 2024 को एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें अधीक्षक बच्चों को खाना देने के बजाय सेव-परमल दे रहे थे और नशे में धुत होकर बच्चों के सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे पा रहे थे। जब बच्चों ने पूछा कि खाना क्यों नहीं दिया जा रहा, तो वे बच्चों पर चोरी का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान बच्चों ने अधीक्षक का एक वीडियो भी प्रशासन को सौंपा था, जिसमें वे छात्रावास परिसर में शराब पीते हुए दिखाई दे रहे थे। छात्रों का आरोप छात्रों का कहना है कि अधीक्षक राधेश्याम उन्हें खुदकुशी की धमकी देते हैं। वे कहते हैं कि मैं खुदकुशी कर लूंगा और तुम्हारा नाम उसमें लिखकर जाऊंगा। इसके अलावा वे बच्चों पर चोरी के आरोप भी लगाते थे। अगर पानी लीक हो जाता है या कुछ भी होता है तो उसका आरोप छात्रों पर लगा देते थे। स्वास्थ्य और विभागीय कार्रवाई आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक मीना मंडलोई ने कहा कि छात्रावास में मेन्यू के अनुसार ही खाना दिया जा रहा है। गुलाना के छात्रों की शिकायत पर हमने छात्रावास अधीक्षक के वीडियो देखे हैं। इन वीडियो के आधार पर राधेश्याम इंदौरिया को हटाने की कार्रवाई की गई है। व्यवस्था में सुधार किया जाएगा, मामले की जांच की जा रही है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।