आर्द्रा नक्षत्र के विशेष अवसर पर न्याय नगर महादेव मंदिर में आर्द्रा नक्षत्र के अधिपति शिव का विशेष श्रृंगार एवं दीपोत्सव कर प्राकट्य उत्सव मनाया गया। विशेष आरती भी की गई। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के समय भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा के बीच सृष्टि के रचयिता और श्रेष्ठता को लेकर बहस हुई। दोनों एक दूसरे से श्रेष्ठ मानने लगे तब एक विशाल अनंत अग्नि स्तंभ प्रकट हुआ जिसका कोई अंत नहीं था, तब भगवान ब्रह्मा और विष्णु ने अग्नि स्तंभ की प्रार्थना की तब अग्नि स्तम्भ से महादेव प्रकट हुए। मान्यता के अनुसार इस दिन शिव की पूजा ओर दर्शन करने से महाशिवरात्रि के समान पुण्य प्राप्त होता है तथा शिवलोक में स्थान एवं भक्त, शिव को कार्तिकेय के समान प्रिय लगते हैं। इस विशेष श्रृंगार में वेदांत पांडे, स्वयं पांडे, वंश मलूकानी, गौरव उपाध्याय, दिव्यांशी पांडे का विशेष सहयोग रहा।