रात में सड़क पर रेत माफिया का काफिला:श्यामपुर-सबलगढ़ मार्ग पर माफिया का कब्जा, साइड मांगने पर करते हैं मारपीट

Uncategorized

अगर आप रात के समय श्याेपुर से श्यामपुर और सबलगढ़ होते हुए मुरैना जाना चाहते हैं, तो थोड़ा बचें, क्योंकि शाम ढलते ही श्यामपुर से सबलगढ़ के संकरे मार्ग पर रेत माफिया के ट्रैक्टर, डंपर आदि वाहनों का काफिला निकलता है। इसमें अवैध रेत से भरे 20 से 22 ट्रैक्टर-ट्रॉली और डंपर होते हैं। वाहन तेज रफ्तार में सड़क घेर कर चलते हैं। मनमानी इतनी है कि कोई भी वाहन पीछे वाली गाड़ी के लिए साइड नहीं देता। रेत माफिया के लोगों को कुछ कह दे, तो उसे बेरहमी से पीटने पर उतारू हो जाते हैं। पिछले महीने में ऐसी चार घटनाएं हो चुकी है। सोमवार रात करीब 11:00 बजे दैनिक भास्कर ने पड़ताल की, तो वीरपुर थाना इलाके के बड़ागांव के पास रेत माफिया के वाहनों का काफिला नजर आया। विजयपुर के पास भी रेत माफिया के करीब 18 से 20 ट्रैक्टर ट्राॅली फर्राटा भरते मिले। सड़क पर रेत माफिया की गुंडागर्दी कैमारा हनुमान मंदिर के पास दो डंपर और करीब 30 ट्रैक्टर बीच सड़क पर खड़े मिले। इन वाहनों में हनुमान मंदिर के पास हो रहे रेत के स्टॉक से रेत भरा जा रहा था। बोल से लेकर टैटरा तक कई जगह रेत माफिया का काफ़िला मिला। कार समेत दूसरे वाहन चालक गाड़ियों को सड़क से नीचे उतारकर निकलने का इंतजार कर रहे थे। तेज रफ्तार में गानों के शोरगुल के साथ निकल रहे रेत माफिया के वाहनों का दूसरे वाहन चालकों में इतना ज्यादा खौफ था कि जो गाड़ी उनके ट्रैक्टरों के पीछे चल रही है, वह आगे नहीं निकल सकती थी। न ही साइड मांग रही थी। बड़ी बात ये कि जो गाड़ी सामने से आ रही थी, वह पहले से ही नीचे उतारकर या तो खड़ी कर ली गई या सड़क के नीचे ले जाई रही थी। बाइक सवार बड़ागांव निवासी राजू जाटव और शिबू जाटव ने बताया कि इस रोड पर रेत माफिया के लोगों की गुंडागर्दी चलती है। अगर कोई साइड मांग ले या ट्रैक्टरों को देखकर गाड़ी को नीचे नहीं उतारे, तो यह लोग बेरहमी से पीटते हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं होती हैं। अब तो लोग डर के मारे पहले ही गाड़ियों को सड़क से उतार लेते हैं, लेकिन जिन्हें नहीं पता होता, उनके साथ मारपीट हो जाती है। इस तरह की घटनाएं पहले हो चुकी साल भर पहले की घटनाएं रेत माफिया के लोगों का आतंक वीरपुर निवासी समाजसेवी रामवीर सिंह जादौन का कहना है कि श्यामपुर से लेकर सबलगढ़ तक रेत माफिया के लोगों का आतंक है। रात में यहां होकर निकलना खतरे से खाली नहीं है। घंटों तक साइड नहीं मिलती। अगर नीचे आने में कार सड़क से नीचे नहीं उतारी, तो रेत माफिया के लोग पीटते हैं। कई लोगों के साथ घटना हो चुकी है, लेकिन प्रशासन और पुलिस सख्त एक्शन नहीं ले रही। कलेक्टर किशोर कन्याल का कहना है कि रेत माफिया के वाहनों पर कार्रवाई के लिए एसपी को बोल दिया है। बहुत जल्द बड़ा एक्शन फिर से देखने को मिलेगा। रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन नहीं होने दिया जाएगा।