सीहोर जिले में आज न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। यह इस सीजन का सबसे न्यूनतम तापमान है। तापमान में अचानक आई गिरावट को देखते हुए मौसम विभाग ने फसलों पर पाला पड़ने की संभावना जताई है। उधर स्वास्थ्य विभाग ने भी शीत लहर को देखते हुए लोगों के स्वास्थ्य को लेकर एडवाइजरी जारी की है। जानकारी के अनुसार इस सीजन में ठंड की शुरुआत 19 नवंबर से हुई है। लेकिन कड़ाके की सर्दी और शीत लहर अब तक नहीं चली थी। लेकिन आज सीहोर जिले में लगातार शीत लहर चल रही है और न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। चार दिन पहले न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था, जो कल 7 डिग्री तक आ गया था। मौसम को लेकर शासकीय कृषि कॉलेज में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एस तोमर ने बताया कि लगातार उत्तर से चल रही हवाओं के कारण दो दिनों में तापमान में अत्यधिक गिरावट दर्ज हुई है। आज 4.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ है और हवाओं की गति भी सामान्य से अधिक है । ऐसे में फसलों पर पाला पड़ने की संभावना निर्मित हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने की अपील की
इधर स्वास्थ्य विभाग ने शीत लहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने की अपील आम नागरिकों से की है। शीत ऋतु में वातावरण का तापमान कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है। जिसके कारण मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरीत प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफड़ों में संक्रमण, हाईपोथर्मिया, अस्थमा, एलर्जी होने की आशंका बनी रहती है। विभाग ने सलाह दी है कि आमजन प्रभावी शीत लहर से बचने के लिए गर्म एवं ऐसे कपड़े जिनमें कपड़ों की कई परतें होती है वह शीत लहर से बचाव के लिए अत्यधिक प्रभावी होते है। रजाई, कंबल, स्वेटर, गर्म कपडों का उपयोग किया जाना चाहिए एवं मफलर, आवरण युक्त जलरोधी जूतों का उपयोग किया जाना चाहिए। इस संबंध में जन-जागरूकता के लिए मैदानी स्तर पर आशा, आशा सुपरवाईजर्स, एएनएम, एमपीडब्ल्यू को जनजागरूकता के लिए निर्देशित करने सिविल सर्जन तथा समस्त विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।