शाजापुर के मास्टर माइंड विद्यालय में शनिवार को कौन बनेगा गीता-ज्ञान पति व रंग भरो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से बच्चों को गीता के बारे में बताया गया। वहीं बच्चों ने रंग भरो प्रतियोगिता में अपनी कल्पना शक्ति से आकर्षक चित्र बनाए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद की संरक्षक संतोष शर्मा ने कहा कि तुम्हारा अधिकार केवल अपने कर्म (प्रयास) पर है उसके परिणाम पर नहीं। परिणाम की चिंता किए बिना पूरे मन से प्रयास करो और कर्म के प्रति अपना कर्तव्य निभाओ। गीता-प्रेरक अतिथि अखिल भारतीय साहित्य परिषद अध्यक्ष जितेंद्र देवतवाल ‘ज्वलंत’ ने गीता के श्लोकों का सस्वर वाचन करते हुए जीवन के सुख-दुख, लाभ-हानि, जय-पराजय से ऊपर उठकर कर्तव्य परायणता के बारे मे बच्चों को बताया। उन्होंने बच्चों को जीवन में किसी भी असफलता से विचलित न होने और दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। विद्यालय संचालक दिलीप शर्मा ने गीता दर्शन को आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल देते हुए बच्चों को अपने कर्तव्य और भविष्य की दिशा में समर्पण के साथ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने साहित्य परिषद की गतिविधियों में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। साहित्य परिषद ने उन्हें साहित्य भेंट कर सम्मानित किया। विद्यालय प्राचार्य प्रियाता शर्मा ने बच्चों की सृजनात्मकता को सराहा गया। संचालन ममता अखंड ने किया। इस अवसर पर कविता तिवारी, मनीषा भावसार, सोनिया राठौड़, हर्षित यादव, अनिल मेहता सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।