केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक- 2 शिवाजी नगर, भोपाल में आज विश्व एड्स दिवस के अवसर पर POCSO एक्ट (Protection of Children from Sexual Offences Act) और POSH एक्ट 2013 (Prevention of Sexual Harassment of Women at Workplace) पर एक विशेष मनोवैज्ञानिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का नेतृत्व भोपाल के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक अर्जुन सहाय ने किया। जिसका उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य पी.के. बेदुये, उप-प्राचार्य अंजना धनराजू और गाइडेंस एवं काउंसलिंग प्रभारी डी. लक्ष्मी राव की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर प्राचार्य पी.के. बेदुये ने कहा, “इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल ज्ञानवर्धक हैं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी मजबूत करती हैं।” छात्र-छात्राओं के लिए कार्यशाला कार्यशाला में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों ने भाग लिया। अर्जुन सहाय ने विषय को सरल और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया। उन्होंने छात्रों को यौन शोषण और उत्पीड़न से बचने के लिए जागरूक किया और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील बनाया। साथ ही उन्होंने POCSO एक्ट के प्रावधानों को समझाने के साथ-साथ एड्स जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए जागरूकता फैलाई। कर्मचारियों के लिए कार्यशाला विद्यालय के कर्मचारियों के लिए अलग से एक सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में सहाय ने POSH एक्ट 2013 के तहत कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने कर्मचारियों को जागरूक रहने और सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने के लिए प्रेरित किया। मुख्य बिंदु और लाभ कार्यशाला का समापन अंजना धनराजू के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।