‘तुम मोबाइल में अश्लील वीडियो देखते हो। सब जगह फैला रहे हो। तुम्हारा फोटो और डेटा यहां आया है। 10 मिनट में पुलिस तुमको गिरफ्तार करने आ रही है। तुम्हारा फोन सर्विलांस पर है, फोन नहीं काटोगे। फोन चालू रखना।’ यह धमकी क्राइम ब्रांच अफसर ठगने वाले ने किसान को दी। शुक्रवार को करीब 30 मिनट 45 सेकंड से ज्यादा समय तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। मामला शहडोल के खैरहा थाना थेत्र के खन्नाथ गांव का है। यहां केशव प्रसाद पटेल (39) पिता श्रीराम दुलारे पटेल रहते हैं। हालांकि अपने परिचित की मदद और खुद की समझदारी से ठगी से बच गए। उन्होंने ठगों के साथ बातचीत का पूरा ऑडियो भी रिकॉर्ड कर लिया है। यह ऑडियो दैनिक भास्कर को भी उपलब्ध करवाया है। फिलहाल, इसकी शिकायत थाने में नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि शिकायत आती है, तो कार्रवाई की जाएगी। केशव ने ठग और उससे हुई बातचीत के बारे में बताया। कहा- आखिर कैसे थोड़ी सी सतर्कता से वे बच गए… पत्नी से बोला- तुम्हारा पति अश्लील वीडियो देखता है केशव प्रसाद पटेल बताते हैं, ‘शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे मैं बाथरूम में नहा रहा था। इसी दौरान मोबाइल पर नंबर +91 7294196969 से कॉल आता है। पत्नी देवकी पटेल (32) ने फोन रिसीव किया। कॉलर ने कहा कि हम क्राइम ब्रांच दिल्ली से बोल रहे हैं। तुम्हारे पति के नाम से यहां एफआईआर हुई है। उसने मोबाइल से गंदगी फैलाई है। उसे उठाने पुलिस घर आ रही है। घबराती हुई वह मेरे पास पहुंची। इस दौरान फोन चालू था। पत्नी ने पूरी बात बताई। घबराकर मैं ठग से बात करने लगा। जालसाज बोले- फोन सर्विलांस पर है, काटना नहीं ‘सामने से कॉलर ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर धमकाने लगा। उसने आरोप लगाया कि तुम मोबाइल में अश्लील वीडियो देखते हो। सब जगह फैला रहे हो। तुम्हारी फोटो और डेटा यहां आया है। 10 मिनट में पुलिस तुम्हारे घर गिरफ्तार करने आ रही है। तुम्हारा फोन सर्विलांस पर है। फोन नहीं काटोगे, फोन चालू रखना। मैंने कहा कि मैं ऐसा काम नहीं करता। तुमको डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है। कुछ देर में पुलिस तुम्हारे घर आ रही है। तुमको उठा ले जाएगी। मुख्यमंत्री समेत DM और SP का तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई का आदेश है। तुम्हारी फाइल यहां हमारे पास फोटो समेत रखी है। तुम्हारे फोन का डेटा निकाल लिया है। अब यह डिलीट यहां से ही होगा।’ 7700 डाटा रिकवरी फाइन चार्ज लगेगा ‘पुलिस तुम्हारे घर नहीं आए। इसके लिए फाइन चार्ज जमा करो। तुम्हारे फोन का डाटा सब यहां से डिलीट होगा। तुम्हारी आईडी अगर कोई और चला रहा है, तो उसे डिलीट करके लॉक कर दिया जाएगा। 11 लाख जुर्माना है। इस कार्रवाई से बचना है, तो 7 हजार 700 रुपए की रसीद कटवा लो। 200 चालान में कट जाएगा और 7500 रुपए तुम्हारे खाते में वापस आ जाएगा।’ फोन पे ऑन कर पेमेंट करने का बनाया दबाव ‘डिजिटल अरेस्ट के दौरान ठग बार बार यह कह रहे थे कि पुलिस तुम्हारे घर आ रही है। दो किलोमीटर दूर है। पीछे से सायरन की आवाज आ रही थी। लाइन पर बने रहने के साथ ही ठग ने कहा- फोन पे ऑन करो, मैं तुमको अपने अधिकारी का नंबर देता हूं। उसमें रुपए डालकर तत्काल रसीद कटवा लो। अपना फोन किसी को नहीं देना जल्दी पेमेंट करो।’ मैंने कहा- इंटरनेट नहीं चल रहा, बैलेंस नहीं है ‘8 मिनट तक लगातार सुनने के बाद केशव समझ चुका था, उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया है। जब ठग उसे फोन पे ऑन करने के लिए दबाव बना रहा था, तब मैंने कह दिया कि फोन में बैलेंस नहीं है। इंटरनेट नहीं चल रहा।इस कारण पेमेंट नहीं कर पाऊंगा। मेरे खाते में 7700 रुपए नहीं हैं।’ फिर चालाकी से बैंक जाने की मांगी मोहलत ‘डिजिटल अरेस्ट के दौरान दोस्त का फोन आ रहा था। ठग उसे किसी का फोन रिसीव नहीं करने दे रहे थे। वे धमका रहे थे कि जिसका फोन उठाओगे, तुम्हारे फोन की गंदगी उसके साथ शेयर हो जाएगी। तब मैंने कहा कि घर से एक किलोमीटर दूर बैंक और दुकान है। मै वहां जाकर पेमेंट कर सकता हूं। ठग मान गया, उसने कहा फोन नहीं काटोगे और किसी को कुछ बताओगे नहीं, जल्दी जाकर पेमेंट कराओ, ताकि हम फाइल क्लोजिंग की प्रक्रिया शुरू कर सकें।’ ठग ने फोन पे करने के लिए लिखवाया नंबर ‘ठग ने कहा कि मैं तुमको सीनियर अधिकारी का नंबर दे रहा हूं, उसमें पैसे भेजकर रसीद कटवा लो। उसने 9936344023 नंबर लिखवाया। अधिकारी का नाम राजू बताया। ठग ने कहा, तुम्हारे फोन से जो गंदगी फैला रहा है, हम उसका फोटो भी तुमको भेज देंगे, फिर तुम जैसा चाहोगे, उसको वैसे सजा भी मिल जाएगा।’ किसी को कुछ नहीं बताना ‘जब ठग को भरोसा हो गया कि केशव के पास मोबाइल में बैलेंस नहीं है, वह तत्काल पैसा नहीं भेज पाएगा, तब उसने केशव को बैंक और दुकान जाने की मोहलत दी। इस दौरान फोन नहीं काटने की बात कही। ठग ने कहा- वह पैसा कहां और क्यों डाल रहा है। इस बात को किसी से नहीं बताएगा, क्योंकि उसकी इज्जत को खतरा है।’ बैंक की जगह जनपद सदस्य के पास पहुंचा केशव ने फोन म्यूट किया। घर से निकलकर करीब 3 किलोमीटर दूर सीधे अपने क्षेत्र की जनपद सदस्य शिल्पी पांडेय के पास पहुंचा। फोन चालू रहते ही उसने आप बीती बताई। इसके बाद जनपद सदस्य शिल्पी पांडेय ने केशव का फोन लिया। ठग से बात करके उसे फटकार लगाई। इसके बाद ठग ने फोन काट दिया। इस तरह केशव डिजिटल अरेस्ट से बच गया।